केंद्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) की महत्त्वाकांक्षी ‘अप्प दीप’ योजना के तहत दिल्ली में जेएनयू स्थित केंद्रीय विद्यालय के आठवीं कक्षा के छात्रों को टैबलेट मुहैया कराए जाएंगे। इस संबंध में विद्यालय ने आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों के अभिभावकों से एक शपथपत्र देने को कहा है।  ‘अप्प दीप’ योजना के तहत सभी 25 क्षेत्रीय कार्यालयों के क्षेत्राधिकार से एक-एक स्कूल का चुनाव किया गया है। क्षेत्रीय कार्यालय के पास वाले स्कूलों को प्राथमिकता दी गई है। दरअसल, अभी यह योजना पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू की जा रही है, जिसकी लगातार निगरानी होनी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए क्षेत्रीय कार्यालयों के नजदीक के स्कूलों को इस योजना में शामिल किया गया है। दिल्ली में जेएनयू व न्यू महरौली रोड स्थित केंद्रीय विद्यालय का चयन किया गया है।

स्कूल की ओर से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को शपथपत्र का एक फॉर्म उपलब्ध कराया गया है और कहा गया है कि वे इस फॉर्म को अपने अभिभावकों से भरवाकर लाएं। इस फॉर्म में अभिभावकों को बताया गया है कि ‘अप्प दीप’ योजना (डिजिटल लर्निंग) के लिए उनके बच्चे को एक टचस्क्रीन टैबलेट उपलब्ध कराया जाएगा। इस टैबलेट में विद्यार्थी की कक्षा से संबंधित ई-सामग्री पहले से डाउनलोड होगी। छात्र इस टैबलेट का उपयोग कक्षा 8 से 12 तक कर सकेंगे। इसके अलावा अभिभावकों से टैबलेट देने के लिए उनकी सहमति मांगी गई है और केवीएस की ओर से निर्धारित सुरक्षा मानकों के बारे में भी बताया गया है। इसमें अभिभावकों से टैबलेट का गलत उपयोग नहीं होने देने और चोरी या खराब होने पर उसी कंपनी का टैबलेट लेने के लिए कहा गया है। शिक्षक दिवस के मौके पर यह योजना देश को देश को समर्पित किए जाने की संभावना है। पायलट प्रोजेक्ट में करीब 9 करोड़ रुपए का खर्च होने की संभावना है।