समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव आज पत्रकारों के सवालों का जवाब देने के दौरान आपा खो बैठे। हास्यापद ये है कि रामगोपाल यादव ने संसद परिसर में ये बयान दिया है। राज्यसभा सांसद रामगोपाल यादव जब संसद पहुंचे तो उनसे पूछा गया कि अविश्वास प्रस्ताव पर उनकी पार्टी का क्या रूख है। इस पर उन्होंने कहा, “आप नहीं जानते हैं क्या स्टैंड है…” इस पर पत्रकार ने कहा- सर आप बता दीजिए ना। रामगोपाल यादव ने कहा- नहीं बताउंगा…अरे रोज पूछते हो…बता दीजिए…बिल्कुल #%&*^ समझते हो हमलोग को।” इतना कहकर रामगोपाल यादव आगे चले गये। 72 साल के सपा नेता रामगोपाल यादव यूं तो शांत स्वभाव के माने जाते हैं, लेकिन आज वो पत्रकार के सवाल पर आपा खो बैठे। बता दें कि लोकसभा में कल अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा होने वाली है। स्पीकर सुमित्रा महाजन ने 18 जुलाई को टीडीपी द्वारा लाये अविश्वास प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया था। हाल के महीनों में समाजवादी पार्टी ने एनडीए सरकार के खिलाफ महागठबंधन बनाने पर जोर दिया है।

इधर आज संसद में आज का दिन हंगामेदार रहा। लोकसभा में आज मॉब लिंचिंग पर जमकर हंगामा हुआ और विपक्षी सदस्यों ने सदन का वॉकआउट किया। लोकसभा में इस मुद्दे पर गृहमंत्री ने बयान दिया और कहा कि मॉब लिचिंग की घटनाएं चिंता का विषय है। लोकसभा में प्रश्नकाल में सदस्यों के पूरक प्रश्नों का उत्तर दे रहे केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को आज कांग्रेस और माकपा के विरोध का सामना करना पड़ा और विपक्षी सदस्य उनके पूरे उत्तर के दौरान झारखंड में लिंचिंग के दोषियों को माला पहनाने के मामले में उनसे माफी की मांग करते हुए नारेबाजी करते रहे। सिन्हा जब विमानपत्तनों का उन्नयन विषय से संबंधित प्रश्न का उत्तर देने के लिए खड़े हुए तो माकपा के मोहम्मद सलीम ने कहा कि मंत्री को पहले माफी मांगनी चाहिए। उनका इशारा पिछले दिनों झारखंड में भीड़ द्वारा हत्या मामले में दोषी ठहराये गए लोगों को सिन्हा द्वारा माला पहनाये जाने के मुद्दे की ओर था। इसके बाद कांग्रेस और माकपा के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी करते रहे।सिन्हा शोर-शराबे के बीच ही पूरक प्रश्नों का उत्तर देते रहे। उनका उत्तर पूरा होने के बाद कांग्रेस और माकपा सदस्य अपने स्थान पर जाकर बैठ गये।

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)