उत्तराखंड में कांग्रेस को तगड़ा झटका देते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी बेटे के साथ भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए हैं। एनडी और उनके बेटे रोहित शेखर ने नई दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। एनडी तिवारी बुधवार सुबह 11, अकबर रोड स्थित अमित शाह के आवास पहुंचे थे। उनके साथ पत्नी उज्जवला तिवारी और बेटा रोहित शेखर भी थे। एनडी तिवारी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड, दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। चुनावों से ऐन पहले उनका भाजपा में शामिल होने कांग्रेस के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है।
तिवारी और रोहित के बीच रिश्ते सामान्य नहीं रहे हैं। साल 2008 में रोहित ने एक याचिका दायर कर दावा किया था कि 87 वर्षीय तिवारी ही उनके जैविक पिता हैं, लेकिन तिवारी लगातार इससे मुकरते रहे थे। अदालत ने मामले की सुनवाई की और उसके ही आदेश पर 29 मई 2011 को डीएनए जांच के लिए एनडी तिवारी को अपना खून देना पड़ा था। देहरादून स्थित आवास में अदालत की निगरानी में एनडी तिवारी का ब्लड सैंपल लिया गया था।
डीएनए जांच के लिए एनडी तिवारी के साथ ही उज्ज्वला शर्मा और रोहित शेखर के खून के नमूने लिए गए थे। इसके बाद हैदराबाद के सेंटर फोर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग एंड डायएग्नोस्टिक्स यानी सीडीएफडी ने ब्ल़ड सैंपल की जांच रिपोर्ट अदालत को सौंप दी थी। हालांकि एनडी तिवारी नहीं चाहते थे कि उनकी डीएनए टेस्ट रिपोर्ट सार्वजनिक हो, इसलिए उन्होंने अदालत में इसे गोपनीय रखने के लिए याचिका भी दी थी, लेकिन अदालत इसे खारिज कर दिया था और इसे खोलने का आदेश जारी किया था।
न्यायमूर्ति रेवा खेत्रपाल ने हैदराबाद स्थित प्रयोगशाला में की गई तिवारी की डीएनए जांच के नतीजे की घोषणा खुली अदालत में की थी। रिपोर्ट के अनुसार, ‘तिवारी कथित तौर पर रोहित शेखर के जैविक पिता और उज्ज्वला शर्मा कथित तौर पर उनकी जैविक मां है’। इस डीएनए रिपोर्ट में इस बात कि पुष्टि हो गई थी कि एनडी तिवारी ही रोहित शेखर के जैविक पिता हैं। इसके बाद एक समारोह में एनडी तिवारी ने बेटे रोहित और उज्ज्वला को बेटा और पत्नी माना था और बाद में उज्ज्वला शर्मा से शादी भी की थी।

