नागर विमानन मंत्री अशोक गजपति राजू ने संकेत दिया कि राबर्ट वड्रा को घरेलू हवाई अड्डों पर जामा तलाशी से मिली छूट जल्द समाप्त की जा सकती है। उन्होंने इस मुद्दे पर मची हाय तौबा को गैर जरूरी बताया।
इस बात पर हैरानी जताते हुए कि वड्रा ने हवाई अड्डों पर जामा तलाशी से छूट पाए अति विशिष्ट जन की सूची से अपना नाम हटाने की मांग खुद क्यों नहीं की, राजू ने कहा कि उन्हें यह मुद्दा पिछली सरकार के समय में उठाना चाहिए था, जिसने उन्हें यह विशेषाधिकार दिया था।
उन्होंने सवाल किया, ‘‘सबसे पहले तो आप अगर वड्रा (मामला) देखें, क्या यह कोई मसला है? यह भारतीय नागरिक को कैसे प्रभावित कर रहा है।’’
यह पूछे जाने पर कि मामले में वड्रा की सार्वजनिक दुहाई के बाद क्या सरकार वड्रा को जामा तलाशी से छूट वाली सूची से हटाने के बारे में सोच रही है, राजू ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि यह होने वाला है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पहले तो आप मुझे यह बताएं कि यह एकदम गैर मसला है…उस व्यक्ति के बारे में ऐसा क्या खास है कि हम उसके साथ खास व्यवहार करें। मुझे नहीं लगता कि इसमें कुछ खास है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक हमारा सवाल है, यह एकदम गैर मुद्दा है।’’
इस बात के लिए वड्रा की खिल्ली उड़ाते हुए कि उन्होंने हवाई अड्डों पर जामा तलाशी से छूट पाए लोगों की सूची से अपना नाम हटवाने के लिए सार्वजनिक मंच का सहारा लिया, राजू ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि उन्होंने (वड्रा ने) ऐसा तब किया होता जब दूसरी तरह की सरकार थी और जब उन्हें यह विशेषाधिकार दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर उनमें कुव्वत थी और जिन्हें आप दूसरी चीजें कहते हैं, वह थीं तो इस मुद्दे को उठाने का वही समय था।’’
इस बात पर जोर देते हुए कि उन्होंने वड्रा मुद्दे पर कभी बात नहीं की, राजू ने कहा, ‘‘यह आप (मीडिया) लोग हैं जो वड्रा की हर गतिविधि की खबर रखते हैं। कभी एक सरकार थी, जिसने ऐसा आदेश दिया था। शायद एक सरकार आज एक दूसरा आदेश दे दे।’’