NGT यानी कि राष्ट्रीय हरित अधिकरण ने जानलेवा मांझे पर रोक लगा दी है। मांझा पतंगबाजी के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला मामूली धागा है। लेकिन चाइनीज मांझे की चपेट में आकर कई लोगों की जान जा चुकी है। एनजीटी ने अपने आदेश में कहा कि नॉयलान या सिंथेटिक या फिर नॉन बॉयो डिग्रडेबल पदार्थों से मांझे पर तत्काल रोक लगाया जाता है। बता दें कि चाइनीज मांझे को नॉयलन के जरिये बनाया जाता है। कई मांझों में शीशे के महीने टुकड़े को रगड़ दिया जाता है ताकि इस धागे के संपर्क में आते ही पतंग की डोरियां कट जाए। पिछले साल चाइनीज मांझे की वजह दिल्ली में कई लोगों की जान चली गई थी, उत्तर प्रदेश में स्कूटर से सफर कर रहा एक शख्स मांझे की चपेट में आ गया था और उसकी गरदन कट गई थी। यही नहीं पशु अधिकार संगठन पेटा ने भी राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) से पतंग उड़ाने के लिए कांच की परत चढ़े ‘मांझे’ के प्रयोग पर फौरन राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध की मांग की थी। पेटा का कहना है कि शीशे की परत चढ़ा मांझा इंसानों और जानवरों दोनों के लिए बराबर रुप से जानलेवा है। पेटा ने मांझे को ‘बनाने, आयात, बिक्री और प्रयोग’ पर पाबंदी की मांग की थी।
पतंगबाजी का सीजन शुरू होने से पहले NGT ने जानलेवा मांझे पर लगाई रोक
एनजीटी ने अपने आदेश में कहा कि नॉयलान या सिंथेटिक या फिर नॉन बॉयो डिग्रडेबल पदार्थों से मांझे पर तत्काल रोक लगाया जाता है।
Written by जनसत्ता ऑनलाइन
 
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 First published on:  11-07-2017 at 14:54 IST