जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) छात्र संघ के लिए हुए मतदान के बाद शुक्रवार देर रात से ही मतगणना शुरू हो गई थी। देर रात तक आए रुझानों के मुताबिक, सेंट्रल पैनल के चारों पदों पर वाम मोर्चे के सभी उम्मीदवार अच्छी बढ़त बनाए हुए थे।  शनिवार दोपहर से ही सेंट्रल पैनल के चार पदों के रुझान आने शुरू हो गए थे। वाम मोर्चे के चारों उम्मीदवारों ने शुरुआत से ही बढ़त बनानी शुरू कर दी थी। लेकिन एक समय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार निधि त्रिपाठी ने वाम मोर्चे की उम्मीदवार गीता कुमारी को 25 मतों से पीछे कर दिया था। इस समय एबीवीपी का गढ़ माने जाने वाले विज्ञान और संस्कृत संस्थानों के मतों की गणना हुई थी। जैसे ही सामाजिक अध्ययन संस्थान के मतों की गणना शुरू हुई गीता ने जल्द ही बढ़त बनाई और उनकी बढ़त लगातार बड़ी होती चली गई। काफी समय तक अध्यक्ष पद पर दूसरे नंबर पर चल रहीं एबीवीपी की निधि को भी बाद में बापसा की शबाना अली ने पीछे छोड़ते हुए दूसरे नंबर पर जगह बना ली।

सामाजिक अध्ययन संस्थान (एसएसएस) और अंतरराष्ट्रीय अध्ययन संस्थान (एसआइएस) में वामपंथी छात्र संगठनों का दबदबा है। देर रात 3,701 मतों की गणना के बाद अध्यक्ष पद के लिए 1,205 मत लेकर वाम मोर्चे की गीता कुमारी सबसे आगे चल रही थी। दूसरे नंबर पर बापसा की शबाना अली थीं जिन्हें 811 मत प्राप्त हुए थे। वहीं एबीवीपी की निधि त्रिपाठी 724 मतों के साथ तीसरे, एआइएसएफ की अपराजिता राजा 361 मतों के साथ चौथे और अध्यक्षीय परिचर्चा के हीरो रहे निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद फारुक आलम 343 मतों के साथ पांचवें स्थान पर रहे। एनएसयूआइ की अध्यक्ष पद की उम्मीदवार वृशिंका को 60 मत ही हासिल हुए थे। उपाध्यक्ष पद पर भी वाम मोर्चे के उम्मीदवार सिमोने जोया खान 1509 मतों के साथ पहले स्थान पर चल रहे थे। दूसरे स्थान पर 804 मतों के साथ सुबोध कुंवर (बापसा), तीसरे स्थान पर 737 मत लेकर दुर्गेश कुमार (एबीवीपी) और चौथे स्थान पर फ्रांसिस लालरेमसिएमा (एनएसयूआइ) रहे जिन्हें 170 मत मिले थे। महासचिव पद पर वाम मोर्चे के उम्मीदवार दुग्गीराला श्रीकृष्ण शुरू से ही बढ़त बनाए हुए थे। वह 1,708 मतों के साथ पहले स्थान पर, करम बिद्यानाथ खुमन (बापसा) 765 मतों के साथ दूसरे स्थान पर, निकुंज मकवाना (एबीवीपी) 671 मतों के साथ तीसरे स्थान पर और 294 मतों के साथ प्रीति ध्रुव (एनएसयूआइ) चौथे स्थान पर थे। संयुक्त सचिव पर शुभांशू सिंह (वाम मोर्चा) 1,417 मतों के साथ पहले स्थान पर चले रहे थे। विनोद कुमार (बापसा) 758 मतों के साथ दूसरे, पंकज केसरी (एबीवीपी) 662 मतों के साथ तीसरे, मोहम्मद मेहंदी हसन (एआइएसएफ) 221 मतों के साथ चौथे और अलीमुद्दीन (एनएसयूआइ) 168 मत पाकर पांचवें स्थान पर चल रहे थे।

इस वर्ष आइसा, एसएफआइ और डीएसएफ मिलकर वाम मोर्चे के तहत चुनाव लड़े हैं। गौरतलब है कि जेएनयू छात्र संघ पदाधिकारियों को चुनने के लिए शुक्रवार को चार स्कूलों में बने मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ था। मतदान केंद्रों के बाहर धपली, ढोल और शंख की आवाज के बीच 58.69 फीसद मतदान हुआ। पिछले साल 59.6 छात्रों ने अपने मत का उपयोग किया था। इस बार कुल मतदाताओं की संख्या 8,045 थीं। पिछले साल के मुकाबले मतदान फीसद में इस बार सिर्फ एक फीसद की कमी दर्ज की गई है।