इस साल दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) और जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयूएसयू) पदाधिकारियों के चुनाव अलग-अलग तिथियों पर हो रहे हैं। ऐसा साल 2012 के बाद पहली बार हो रहा है। आमतौर पर इन दोनों विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव के लिए सितंबर के दूसरे शुक्रवार को मतदान होता है। जेएनयू ने तो इस परंपरा को इस साल भी जारी रखा है लेकिन डीयू ने अलग राह चलते हुए मंगलवार को मतदान कराने का निर्णय लिया है। जेएनयू छात्र संघ के लिए 8 सितंबर और डीयू छात्र संघ के लिए 12 सितंबर को मतदान होगा।

एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक और जेएनयू के पूर्व छात्र साकेत बहुगुणा ने बताया कि लिंगदोह कमेटी की सिफारिशें लागू होने के बाद साल 2012 तक जेएनयू छात्र संघ चुनाव कई सालों तक स्थगित रहा था। साल 2012 में एक बार फरवरी और दूसरी बार सितंबर में जेएनयू छात्र संघ पदाधिकारियों को चुनने के लिए मतदान हुआ। जब दूसरी बार सितंबर में मतदान हुआ तो उसकी तिथि और डूसू मतदान की तिथि एक ही थी। बहुगुणा के मुताबिक तब से यह परंपरा जैसी बन गई थी कि दोनों विश्वविद्यालयों में छात्र संघ चुनाव के लिए मतदान एक ही दिन होता था। इतने सालों बाद ऐसा पहली बार हो रहा है कि डूसू और जेएनयूएसयू चुनाव के लिए मतदान अलग-अलग तिथियों पर होगा।

लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के मुताबिक कक्षाएं शुरू होने के आठ सप्ताह के अंदर छात्र संघ चुनाव के परिणाम घोषित हो जाना चाहिए। इसके अलावा पूरी चुनाव प्रक्रिया दस दिन के अंदर ही खत्म करना अनिवार्य होता है। डीयू और जेएनयू का सत्र लगभग एक साथ जुलाई के तीसरे सप्ताह में शुरू होता है। ऐसे में सितंबर के तीसरे सप्ताह तक दोनों विश्वविद्यालयों में चुनाव प्रक्रिया पूरी करना जरूरी है। इसके अलावा एक विश्वविद्यालय के छात्र संघ चुनाव परिणाम का असर दूसरे विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव पर न पड़े, इसलिए डूसू और जेएनयूएसयू चुनाव में मतदान तिथि एक ही होती थी।
डूसू और जेएनयूएसयू के लिए एबीवीपी ने बनाई समिति
डूसू चुनाव के लिए एबीवीपी के अधिकृत उम्मीदवारों के चयन के लिए एक समिति का गठन किया गया है। इसमें प्रांत अध्यक्ष डॉ. अवनीश मित्तल, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य डॉ. मनु कटारिया, राष्ट्रीय मंत्री मोनिका चौधरी, प्रांत मंत्री भरत खटाना, प्रांत संगठन मंत्री अजय ठाकुर, प्रांत सहमंत्री अभिषेक वर्मा और निवर्तमान डूसू अध्यक्ष अमित तंवर शामिल हैं। इसी तरह जेएनयूएसयू के लिए भी एबीवीपी ने चुनाव समिति गठित की है। इसमें रवि रंजन चौधरी, सौरभ शर्मा, आनंद श्रीवास्तव, अणिमा सोनकर, वैलेंटीना ब्रह्मा, जान्हवी आझा, अभिजीत आदि शामिल हैं। ये समिति सभी निर्णय लेंगी।