वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था लागू होने के बाद देश में पारदर्शिता और कर अनुपालन बढ़ेगा जिससे कारोबार सुगमता बेहतर होगी। इससे विभिन्न क्षेत्रों में अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) आकर्षित करने में भी मदद मिलेगी। यह बात एक सर्वेक्षण में कही गई।
फीडबैक बिजनेस कंसल्टिंग सर्विसेज के भारतीय उद्योग जगत के सर्वेक्षण के मुताबिक जीएसटी लागू होना अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक होगा। सर्वेक्षण में विभिन्न क्षेत्रों की 67 कंपनियों को शामिल किया गया।

सर्वेक्षण रपट के मुताबिक करीब 72 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि सभी क्षेत्रों में निवेश बढ़ेगा और इसका उल्लेखनीय हिस्सा एफडीआई के तौर पर आएगा। खासतौर से भारी इंजीनियरिंग और वाहन क्षेत्र में यह अधिक आयेगा।

जीएसटी क्रियान्वयन के कुछ अन्य फायदों में लाजिस्टिक्स की लागत घटना, आपूर्ति श्रृंखला की दक्षता, कर एवं नियामकीय अनुपालन की लागत घटना, बाजार में बेहतर प्रसार और निर्यात का प्रभावी होना शामिल है।

सर्वेक्षण में कहा गया कि कंपनियां जीएसटी क्रियान्वयन की समयसीमा और कर की दर के बारे में चिंतित हैं। रपट में कहा गया, ‘‘जीएसटी क्रियान्वयन के शुरच्च्आती दिनों में मुद्रास्फीति बढ़ने जैसी कुछ दिक्कतें होंगी लेकिन दीर्घकालिक स्तर पर देश की वृद्धि दर बढ़ेगी।’’