दिल्ली प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (डीटीयू) में एक जनवरी से विद्यार्थियों की उपस्थिति मोबाइल ऐप के जरिए लगेगी और छात्रों के गैरहाजिर रहने की जानकारी उनके अभिभावकों को एसएमएस के माध्यम से भेज दी जाएगी। उपस्थिति के लिए उपयोग होने वाले ‘सिंप्लीफाइड अटेंडेंस’ ऐप को विश्वविद्यालय के ही छात्र ने विकसित किया है।  डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि ‘डिजिटल इंडिया’ के युग में उपस्थिति लगाने के तरीके में बदलाव की जरूरत है। विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के पुराने तरीके से काफी समय बर्बाद होता है। इसके अलावा उस पर रियल टाइम नजर नहीं रखी जा सकती है और अभिभावकों को तो अपने बच्चे की उपस्थिति के कम होने की जानकारी तब होती है जब विश्वविद्यालय से उसे परीक्षा में नहीं बैठने का नोटिस जारी किया जाता है। इन परेशानियों को देखते हुए हमने एक जनवरी से मोबाइल ऐप पर आधारित छात्र उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था शुरू करने का निर्णय लिया है।

इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे विश्वविद्यालय के एक अधिकारी पीयूष वैश ने बताया कि इसके लिए सभी विद्यार्थियों और शिक्षकों को अपने-अपने मोबाइल में ‘सिंप्लीफाइड अटेंडेंस’ ऐप रखना होगा। छात्रों और शिक्षकों के लिए अलग-अलग ऐप हैं। इसके बाद जब कोई शिक्षक किसी कक्षा में पढ़ाने जाएगा तो वह सबसे पहले सभी विद्यार्थियों को मोबाइल का ब्लूटूथ आॅन करने को कहेगा। इसके बाद शिक्षक जैसे ही अपने मोबाइल का ब्लूटूथ आॅन करेगा, मोबाइल ऐप कक्षा में उपस्थित विद्यार्थियों को स्कैन करके उनकी उपस्थिति दर्ज कर लेगा। यह डाटा तुरंत एक सॉफ्टवेयर पर दर्ज हो जाएगा, जहां से विश्वविद्यालय के अधिकारी उसे रियल टाइम में देख सकेंगे। इसके अलावा जो छात्र कक्षा में गैरहाजिर रहेगा, उसके अभिभावकों को तुरंत एक एसएमएस सिस्टम के द्वारा भेज दिया जाएगा।

कम हाजिरी पर मिलेगा अलर्ट
इस ऐप की खास बात यह है कि जिन विद्यार्थियों की उपस्थिति कम हो रही है उन्हें अलर्ट मिलेगा ताकि वे समय से ही अपनी उपस्थिति पूरी कर सकें। पुरानी व्यवस्था में विद्यार्थी या उसके अभिभावकों को उपस्थिति कम होने की जानकारी विश्वविद्यालय के नोटिस से ही होती है।