साउथ दिल्ली के जोरबाग करबला इलाके में शुक्रवार (11 नवंबर) की शाम को दो गुटों में झगड़ा हो गया। मिली जानकारी के मुताबिक, झगड़ा वहां की बीके दत्त कॉलोनी की RWA और करबला में आए लोगों के बीच हुआ। शुरुआती जानकारी से पता लगा कि दोनों गुटों ने एक दूसरे पर पत्थर भी फेंके थे। पुलिस ने बताया कि उन्हें 8:15 पर इस घटना की जानकारी मिली। पीसीआर कॉल के बाद पुलिस मौके पर पहुंचे। मामले को कंट्रोल करने के लिए मौके पर एडीसीपी (साउथ), तीन एसीपी, आठ एसएचओ और उनके साथ पुलिस फोर्स पहुंची थी। पुलिस के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। लेकिन 5 लोगों को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था। पुलिस के पहुंचने पर हालात पर काबू पा लिया गया था।’
करबला के अगा हुसैन ने बताया कि घटना शाम के 6:30 बजे की है। जब कुछ लोग दहगाह के अंदर घुसकर हंगामा करने लगे। अगा हुसैन ने कहा, ‘हम लोग हर साल 21 नवंबर को एक कार्यक्रम करते हैं। उस कार्यक्रम में लगभग 2 लाख लोग आते हैं। हम लोग दरगाह के अंदर वाले इलाके में एक पार्किंग गेट बनवा रहे थे। तब ही वहां कुछ लोग आए और उसका विरोध करने लगे। जबकि उससे उनको कोई परेशनी नहीं होनी चाहिए थी क्योंकि वह हमारा निजी मामला था। कुछ ही देर में उन लोगों ने दरगाह के अंदर खड़े लोगों पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। फिर बचाव में हम लोगों ने भी पत्थर फेंके। पुलिस के आने तक यह सब चलता रहा।’ वहीं बीके दत्त RWA का कहना है कि दरगाह वाले डीडीए की जमीन पर कब्जा करने के लिए गेट लगा रहे हैं।
मामला शांत होने के बावजूद इलाके में 200 पुलिसकर्मियों को तैनात रखा गया है। गौरतलब है कि 2012 में हुए दंगों में भी करबला प्रमुख केंद्र था।