दिल्ली पुलिस ने राजधानी में गुपचुप तरीके से चल रहे कैसिनो का भंडाफोड़ किया है। रसूखदार लोगों को कैसिनो में जुआ खेलने देश से बाहर न जाना पड़े, इसके लिए उन्होंने राजधानी में ही जुगाड़ कर रखा था। पुलिस के मुताबिक, दक्षिणी दिल्ली के सैनिक फॉर्म्स का एक सुनसान फॉर्महाउस रात 10 बजे के बाद कैसिनो में बदल जाता था, जहां दक्षिणी दिल्ली के हाई-प्रोफाइल कारोबारी जुआ खेलते थे। नाइट पैट्रोलिंंग करने वाले अधिकारी द्वारा औचक छापे में इस गैरकानूनी ऑपरेशन का भंडाफोड़ हुआ। मौके पर से 19 जुआरी, जिसमें से ज्यादातर कारोबारी हैं, पांच आयोजकों और 12 स्टाफर्स को गिरफ्तार किया गया है। छापे के दौरान 1.37 करोड़ के चिप्स, 11 लग्जरी कारें, विदेशी शराब की 23 बोतलें और 250 ताश की गड्डियां बरामद की गई हैं। पुलिस ने कहां कि ‘क्लब’ में एंट्री के लिए 5 लाख रुपए लिए जाते थे। नए सदस्य को पहले के दो सदस्य लेकर आते थे। कैसिनो में ब्लैकजैक, रिवोली और रूलेट खेलने के लिए मेजें लगी थीं और 1,000 रुपए से लेकर 1 लाख रुपए तक के चिप्स मुहैया कराए जाते थे। पुलिस अधिकारी ने बताया, ”यह खुफिया समूह था, जिसकी जानकारी दक्षिणी दिल्ली के प्रॉपटी डीलर्स, ट्रांसपोर्टर्स, बिजनेसमेन और उद्योगपतियों को जुबानी दी जाती थी।” उसके मुताबिक, कैसिनो चलाने वाले गैर-जरूरी पब्लिसिटी और संभावित निगरानी से बचने के लिए फेसबुक, व्हाट्सएप का प्रयोग नहीं करते थे।
जब हुक्का बार में पड़ा पुलिस का छापा, देखें वीडियो:
कैसिनो के सदस्य विशेष तरह के सिक्के आइडेंडिटी कार्ड की तरह इस्तेमाल करते थे। जो व्यक्ति किसी नए सदस्य को लेकर आता था, उसे काउंटर पर कैश कराने के लिए नया सिक्का मिलता था। कैसिनो सुबह तक चलाया जाता था। एक बार खेल खत्म करने के बाद, खिलाड़ी को एक कॉन्टैक्ट नंबर और पता देना होता था, जहां आयोजक उसे अगले गेम की तारीख बताते। पुलिस के अनुसार, ”ऐसा रोज नहीं होता था और तारीखें संदेशों के जरिए घोषित की जाती थी। खेल 5 हजार रुपए से लेकर 5 लाख रुपए तक के बीच में होता था।”
पुलिस को इसकी भनक तब लगी जब उन्होंने एक सदस्य को फॉर्महाउस के भीतर चिप्स ले जाते देखा गया। पड़ोस में पूछताछ करने और फाॅर्महाउस के बाहर कई लग्जरी गाड़ियां पार्क देखकर पुलिस का शक और बढ़ गया। एडिशनल डीसीपी (साउथ) नुपुर प्रसाद ने कहा, ”नेब सराय पुलिस थाने के पुलिसकर्मियों और नाइट ड्यूटी कर रहे जिला जांच इकाई के एसीपी दीवान चंद शर्मा की अगुवाई में टीम ने जे-255, सैनिक फॉर्म्स पर छापा मारा।” डीसीपी ने बताया छापे के बाद दिल्ली गैम्बलिंग एक्ट और दिल्ली एक्साइज एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। फाॅर्महाउस का मालिक और कैसिनों का कथित संचालक और पार्टनर फरार हैं।
