उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए ट्रिपल मर्डर केस में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उस्मानपुर इलाके में हुई इस वारदात में एक महिला और उसकी दो बेटियों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस का दावा है कि मुख्य आरोपी रहीसुद्दीन ने तीनों की हत्या करने के बाद उनके घर में दो घंटे टीवी भी देखा था।
5 जून को ब्रह्मपुरी इलाके के एक घर में 45 वर्षीय सायरा बानो उसकी दो बेटी 19 वर्षीय मेहरुनिशा और 9 वर्षीय शबनम का शव मिला था। तीनों शवों का गला कटा हुआ था और शव सड़ चुके थे। मेहरुनिशा, सायरा की पहली शादी की बेटी थी वहीं शबनम दूसरी पति की बेटी थी। सायरा का दूसरा पति असलम कुछ साल पहले गुजर चुका था जिसके बाद मेहरुनिशा अपनी मां के साथ रहे ब्रह्मपुरी आ गई थी।
जांच में पुलिस को पता चला कि हत्यारा परिवार को जानता था क्योंकि प्रवेश के समय किसी तरह से कोई तोड़-फोड़ नहीं हुई थी। इस केस में 8 पुलिस टीमों ने 100 लोगों से पूछताछ की थी। जिसमें ये बात निकल कर आई कि उत्तर प्रदेश, मवाना का रहने वाला रहीसुद्दीन महरुनिशा से प्यार करता था। जबकि उसका किसी और से भी अफैयर चल रहा था। इसके बाद रहीसुद्दीन को पुलिस ने उठा लिया। जांच में आरोपी ने माना कि उसके कुछ समय के लिए मेहरुनिशा से संबंध थे और उसने सायरा के दूसरे पति की मौत के बाद मेहरुनिशा के परिवार पर 2.5 लाख रुपए खर्च किए थे। रहीसुद्दीन ब्रह्मपुरी इलाके में मीट का काम करता था।
डिप्टी कमीश्नर अजीत कुमार सिंगला ने बताया कि, “रहीसुद्दीन पिछले चार महीनों से मेहरुनिशा के परिवार को कोई पैसा नहीं दे पाया था जबकि सायरा घर का किराया चुकान के लिए उससे 1 लाख रुपए की मांग कर रही थी। इससे अलावा मेहरुनिशा किसी और से शादी करने की भी योजना बना रही है। जिस बात से नाराज होकर आरोपी ने घटना को अंजाम दिया।”
2 जून को रहीसुद्दीन सायरा के घर गया छोटी बेटी शबनम ने दरवाजा खोला। इसके बाद उसने सायरा और शबनम की हत्या कर दी और घर पर बैठ कर मेहरुनिशा का इंतजार करने लगा। जावेद ने मेहरुनिशा के घर आने की खबर की जानकारी दी। इसके बाद रहीसुद्दीन ने उसकी भी हत्या कर दी। इसके बाद उसने वहां दो से तीन घंटे टीवी देखा और शवों को हटाने की योजना बनाता रहा लेकिन इसके बाद वो शवों को वहीं छोड़कर निकल गया। पुलिस ने जावेद को भी गिरफ्तार कर लिया है।
रहीसुद्दीन के परिवार ने कहा है कि उनका बेटा निर्दोष है जिसे फंसाया जा रहा है। रहीसुद्दीन की बहन नासिम की शादी उसी इलाके में हुई है। वहीं मीट शॉप पर रहुसुद्दीन के साथ काम करने वाले उसके साथियों का कहना है कि, ” वो बेहद धार्मिक आदमी था। वो अक्सर चारों बार की नमाज पढ़ता था। वो कभी ऐसा नहीं कर सकता।”
