दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के कुलपति प्रोफेसर योगेश त्यागी ने पिछले साल आज ही के दिन दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म का उद्घाटन किया था। उद्घाटन के मौके पर प्रोफेसर त्यागी ने कहा था कि मैं चाहता हूं कि दिल्ली स्कूल ऑफ जर्नलिज्म कोलंबिया स्कूल ऑफ जर्नलिज्म से भी बेहतर बने। लेकिन यहां पढ़ने वाले विद्याथियों की पिछले एक महीने में हुर्इं दो हड़तालों ने स्कूल की बदहाली को जगजाहिर कर दिया है। विद्यार्थियों का आरोप है कि डीयू में सबसे महंगा पाठ्यक्रम होने के बावजूद यहां मीडिया स्कूल की बुनियादी सुविधाएं भी मौजूद नहीं हैं। अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को भी डीजेएस के विद्यार्थियों ने उत्तरी परिसर में प्रदर्शन मार्च निकाला, जिनका अन्य विश्वविद्यालयों के छात्रों ने भी समर्थन किया।

हिंदी पत्रकारिता के तीसरे सेमेस्टर के छात्र मोहम्मद अली ने बताया कि डीयू हमसे मीडिया लैब की फीस के रूप में 5000 रुपए सालाना ले रहा है, लेकिन एक साल बाद भी हमें यह लैब उपलब्ध नहीं कराई गई है। अब हमें स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) की लैब को इस्तेमाल करने का आश्वासन दिया गया है, लेकिन जब हम फीस दे रहे हैं तो कहीं और क्यों जाएं। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, यहां कंप्यूटर लैब भी नहीं बनाई गई है, जिसके लिए सिर्फ कुछ कंप्यूटर ही लाकर रखने हैं। अली के मुताबिक, तीसरे सेमेस्टर में हमें डिजाइन लेआउट पढ़ाया जा रहा है। इसके लिए हमें ब्लैकबोर्ड पर बताया जाता है कि कैसे कंप्यूटर पर कौन सी कमांड देनी है और कैसे माउस के माध्यम से लेआउट बनाना है। उन्होंने आशंका जताते हुए कहा कि ऐसे में हम भला कैसे बेहतर पत्रकार बन पाएंगे। इसके अलावा किसी भी शैक्षणिक संस्थान के लिए पुस्तकालय सबसे जरूरी चीज होती है, लेकिन यहां अभी तक उसका भी नामोनिशान नहीं है। अली ने कहा कि कुलपति ने एक सपना देखा तो उसे साकार भी करना चाहिए।

वहीं, हड़ताल की वजह से निलंबित किए गए तीसरे सेमेस्टर के छात्र सुमन शेखर ने कहा कि हमें प्रशासन की ओर से दिए गए आश्वासनों पर बिलकुल भी भरोसा नहीं है। हम चाहते हैं कि हमें जल्द से जल्द पूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, नहीं तो हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे। शेखर ने कहा कि 27 सितंबर को होने वाली डीयू की कार्यकारी परिषद (ईसी) की बैठक के बाहर में डीएसजे के छात्र काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराएंगे। 26 सितंबर 2017 को जोर-शोर से डीएसजे का उद्घाटन हुआ था और स्कूल के ऑरिएंटेशन कार्यक्रम में खुद कुलपति ने हिस्सा लिया था।

कुछ महीनों में उपलब्ध होंगी सभी सुविधाएं : प्रोफेसर दुबे

डीएसजे के मानद निदेशक प्रोफेसर जेपी दुबे ने कहा कि विद्यार्थियों की सभी मांगें मान ली गई हैं। मीडिया लैब, कंप्यूटर लैब और पुस्तकालय बनाने के लिए प्रक्रिया जल्द शुरू कर दी जाएगी और कुछ ही महीनों में ये सुविधाएं छात्रों के लिए उपलब्ध होंगी। उन्होंने कहा कि तब तक हमने विश्वविद्यालय से एसओएल की मीडिया लैब को इस्तेमाल करने की इजाजत ले ली है। प्रोफेसर दुबे ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने देंगे। इसके लिए पूरा विश्वविद्यालय कार्य कर रहा है।