मुजफ्फपुर शेल्टर होम केस से जुड़े मामले में फरार चल रहीं बिहार सरकार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के खिलाफ प्रशासन ने कड़ी कारवाई की है। बता दें कि पुलिस ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित घर की प्रॉपर्टी अटैच कर दी है। शुक्रवार को बिहार की एक अदालत ने धारा 82 और 83 के तहत पुलिस को कुर्की के आदेश दिए थे। दरअसल पुलिस ने कुछ दिन पहले कोर्ट में पूर्व मंत्री के खिलाफ इश्तेहार और कुर्की का आदेश मांगा था। शुक्रवार को कोर्ट ने पुलिस की अपील मानते हुए कुर्की के आदेश जारी कर दिए थे। जिसके बाद शनिवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस ने मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित घर पर कुर्की की कारवाई को अंजाम दिया। बता दें कि मंजू वर्मा पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। मंजू वर्मा के पति कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं और फिलहाल जेल में बंद है, वहीं पूर्व मंत्री मंजू वर्मा अभी तक फरार चल रही हैं। जिनकी तलाश में पुलिस बिहार और झारखंड में लगातार छापेमारी कर रही है।
बेगूसराय के एसपी अवकाश कुमार के नेतृत्व में कुर्की की इस कारवाई को अंजाम दिया गया। बता दें कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड में बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा का नाम सामने आया था। जिसके बाद मंजू वर्मा को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। बिहार पुलिस ने इस मामले में जब मंजू वर्मा के बेगूसराय स्थित आवास पर छापेमारी की तो वहां पुलिस को 50 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। इसके बाद मंजू वर्मा के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बता दें कि मुजफ्फरपुर के एक बालिका गृह में रहने वाली 34 बच्चियों के साथ बलात्कार का मामला सामने आया था। इसके बाद बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया गया था। पुलिस जांच में पता चला कि ब्रजेश ठाकुर और मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के बीच नजदीकी का पता चला था और दोनों फोन के माध्यम से दोनों के बीच कई बार बात होने की पुष्टि हुई थी। पीड़ित बालिकाओं ने एक बालिका की मौत की भी जानकारी जांच अधिकारियों को दी थी। बाद में सभी बालिकाओं को अलग-अलग शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया था। अभी हाल ही में जदयू ने मंजू वर्मा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया है।