हिंदू-मुस्लिम को लेकर जारी बहस के बीच एक परिवार ऐसा भी है जो सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है। यह परिवार पिछले 28 सालों से जन्माष्टमी मना रहा है। यूपी के कानपुर के रहने वाले डॉ एस अहमद, उनकी पत्नी और उनके तीनों बच्चे पिछले 28 साल से भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन मनाते आ रहे हैं। उनके घर में पूरे रीति-रिवाज के साथ भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन मनाया जाता है। अहमद ने बताया कि उनका परिवार और पड़ोसी हिंदू त्योहार मनाने के लिए उनके फैसले का दिल से स्वागत करते हैं। उन्होंने कहा कि हिंदू त्योहार मनाना धार्मिक कट्टरता के खिलाफ एक संदेश है।

उन्होंने कहा कि आज भगवान कृष्ण का जन्मदिन है। हम हर साल भगवान कृष्ण से सिर्फ हमारे परिवार के लिए सुख-समृद्धि ही नहीं मांगते बल्कि क्षेत्र में रहने वालों के बीच प्यार, शांति और भाईचारे का संदेश जाए, इसकी भी प्रार्थना करते हैं। उन्होंने बताया कि त्योहार की सजावट में सब हमारी मदद करते हैं। उनके घर में भगवान श्री कृष्ण की सुसज्जित चौकी भी है, जहां पर उनका पूरा परिवार और पड़ोसी प्रार्थना करते हैं।

अहमद ने साम्रदायिक सौहार्द का संदेश देते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण में मेरी और मेरे परिवार की बहुत श्रृद्धा है। साथ ही उन्होंने कहा,”मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा ने बांट लिया भगवान को, नदियां बांटे, सागर बांटे मत बाटों इंसान को।” देश में एक ओर जहां हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच दीवर खड़ी करने की कोशिश की जा रही है, वहीं यह परिवार एक ऐसी मिसाल बनकर सामने आया है जो दूसरे धर्मों के प्रति सम्मान पेश करता है। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जन्माष्टमी के द्वारा हिंदू-मुस्लिम सुमदाय में शांति और प्यार बना रहे।