मध्य प्रदेश के लघु एवं सूक्ष्म उद्योग राज्य मंत्री संजय पाठक ने कहा है कि वो मंत्री बनने से पहले दलाली करते थे। उन्होंने ये बात खजुराहो में कही। पाठक खजुराहो के होटल सायना हेरिटेज इंटरनेशनल में एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। दरअसल, यह मंत्री संजय पाठक का ही होटल है। वो होटल के दूसरे स्थापना दिवस पर होटल के कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे और उन्हें मेहनत और लगन से आगे बढ़ने की नसीहत दे रहे थे। भावुक मंत्री जी ने अपने संघर्ष के दिनों की बात कही। उन्होंने कहा, “आज मेरे पास होटल, मार्बल खान, हवाई जहाज है लेकिन ऐसा पहले नहीं था। ये सब साल 2003 के बाद मुझे मिला।”

मंत्री संजय पाठक ने कहा, “इसके लिए हमने भी कम मेहनत नहीं की है। इस मुकाम को पाने के लिये हमने भी बड़े-बड़े गड्ढे खोदे है एवं कड़ी मेहनत की है।” पाठक ने कहा, “यह सब कुछ 2003 के बाद मिला। इसके पहले मैं ट्रेडिंग करता था। हिंदी में बोले तो में दलाली करता था। यानि इसका माल उसको बेचा, उसका माल इसको बेचा और बीच में जो बचा वह हमारा फायदा होता था।”

दरअसल, एक रात अपने होटल में रुकने के बाद होटल के स्टाफ को बेहतर कामकाज के लिए मंत्री जी ने सर्टिफिटेक दिया और उसके बाद उनलोगों की हौसला आफजाई की। इस दौरान वो भाव में बह गए और अपनी जिंदगी की दास्तां सुना दी। हालांकि, उनके इस संबोधन से न तो सरकार की सेहत पर और न ही मंत्री जी पर कोई असर पड़नेवाला है लेकिन मंत्री पद पर रहते हुए संजय पाठक को इस तरह के बयान से बचना चाहिए था। गौरतलब है कि पिछले साल 14 दिसंबर, 2015 को राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस होटल का उद्घाटन किया था।

आपको बता दें कि शिवराज सरकार में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग राज्यमंत्री संजय पाठक देश के अमीर मंत्रियों की फेहरिस्त में पांचवें नंबर पर हैं। उनकी कुल संपत्ति 141 करोड़ रुपए से अधिक (1 अरब, 41 करोड़, 51 लाख, 97 हजार 527 रुपए) है। इसमें 83 करोड़ चल और 58 करोड़ की अचल संपत्ति है। चौंकाने वाली बात ये भी है कि वे देश के दूसरे सबसे बड़े कर्जदार मंत्री भी हैं। पाठक के ऊपर 58 करोड़ से अधिक की देनदारियां हैं। पाठक मूल रूप से खनन कारोबारी हैं। ये विदेशों में आयरन ओर सप्लाई करते हैं। इनका कारोबार इंडोनेशिया, चीन, कोरिया समेत एशिया के करीब 12 देशों में फैला हुआ है।