महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने मराठी बनाम हिंदीभाषी विवाद को लेकर अपने कार्यकर्ताओं को साफ-साफ कह दिया है कि वे नए परमिट वाले ऑटो रिक्शा को आग के हवाले कर फूंक डालें। दरअसल, ठाकरे के मुताबिक नए परमिट वाले ऑटो रिक्शा दूसरे राज्यों से आए लोगों को दिए जा रहे हैं।
ठाकरे ने कहा कि नए परमिट वाले ऑटो से पहले ड्राइवर और यात्रियों को बाहर निकालो फिर ऑटो में आग लगा दो। उन्होंने नसीहत दी कि सिर्फ नए परमिट वाले ऑटो ही जलाना ये नहीं कि बाहर निकलते ही किसी भी ऑटो को जलाने लगो। राज ने कहा कि संघर्ष कभी खत्म नहीं होता। ये हमेशा चलता रहता है। राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी से बेहतर तो कांग्रेस की सरकार थी। सरकार में सिर्फ चेहरे बदल गए लेकिन काम अब भी वैसे ही शुरू हैं। महाराष्ट्र में रहने वालों को मराठी आनी ही चाहिए।
मुंबई के एक हॉल में आयोजित एमएनएस के दसवें स्थापना दिवस समारोह में बताया कि राज्य सरकार की ओर से 70 हजार नए ऑटो परमिट दिए जाने हैं, इनमें 72 फीसदी परमिट दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को देने की तै़यारी चल रही है। राज इस मुद्दे पर कोर्ट के फैसले को भी मानने को तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि जजों को अखबार और न्यूज चैनल देखकर फैसले नहीं सुनाना चाहिए। मराठी लोगों को ही ऑटो या टैक्सी के परमिट मिलने चाहिए। राज ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि सीएम फड़नवीस क्यों हड़बड़ी में हैं? नए ऑटो परमिट के लिए सभी आरटीओ जल्दबाजी में हैं। उन्होंने कहा कि हर दिन 300 नए परमिट दिए जा रहे हैं, इसके पीछे बजाज कंपनी के मालिक राहुल बजाज को फायदा पहुंचाया जा रहा हैय़ उन्होंने कहा कि 70 हजार ऑटो के बदले कंपनी को 1190 करोड़ रुपये दिए जाने हैं.