आगामी नौ मई की दोपहर को बुध ग्रह सूर्य के ऊपर से होकर गुजरेगा और करीब 10 सालों के अंतराल के बाद भारत से नजर आएगा। पोजिशनल एस्ट्रोनोमी सेंटर के निदेशक संजीव सेन के मुताबिक बुध का गुजरना एक ऐसी खगोलीय घटना है जिसमें यह ग्रह सूर्य के एक छोर से दूसरे छोर तक यात्रा करने वाले एक छोटे से काले धब्बे के तौर पर नजर आएगा।
सेन ने बताया कि यह खगोलीय घटना उस वक्त देखी जाती है जब बुध सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है और यह तभी होता है जब तीनों एक ही पंक्ति में होते हैं। बुध सूर्य पर एक धब्बे की तरह दिखाई देता है, क्योंकि इसका कोणीय आकार पृथ्वी से देखे जाने पर सूर्य की तुलना में काफी छोटा होता है।
सेन ने बताया कि एशिया (दक्षिण-पूर्वी हिस्सों और जापान को छोड़कर) के ज्यादातर हिस्सों, यूरोप, अफ्रीका, ग्रीनलैंड, उत्तरी अमेरिका, आर्कटिक, उत्तर अटलांटिक महासागर और प्रशांत महासागर के ज्यादातर हिस्सों से बुध का यह गुजरना देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि आगामी नौ मई को 10 सालों के अंतराल के बाद यह घटना भारत से देखी जा सकेगी। इसके बाद अगली बार 16 साल के अंतराल के बाद यानी 2032 में भारत से इसे देख पाना संभव हो सकेगा।