महाराष्ट्र में पुलिस का मुखबिर होने के शक में माओवादियों ने शनिवार को दो लोगों की हत्या कर दी। पिछले 15 दिन के दौरान यहां 7 लोगों का मर्डर किया जा चुका है। वहीं, पिछले महीने माओवादियों ने गढ़चिरौली में एक युवक ही हत्या कर दी थी। साथ ही, उसके शव पर बैनर लगा दिया था, जिस पर लिखा कि मुखबिर को यही दंड मिलेगा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

महाराष्ट्र में सक्रिय हैं ये संगठन: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में शनिवार को दो और लोगों का मर्डर कर दिया गया। बताया जा रहा है कि यह वारदात माओवादियों ने अंजाम दी। उन्हें शक था कि ये दोनों लोग पुलिस के मुखबिर हैं और उनके बारे में पुलिस तक सूचना पहुंचाते हैं। पुलिस का कहना है कि माओवादी इस इलाके में पिछले 15 दिन में 7 लोगों की जान ले चुके हैं। ये संगठन महाराष्ट्र और उसके आसपास के इलाकों में सक्रिय रहते हैं।

लगातार हो रहीं वारदात: बताया जा रहा है कि 22 जनवरी को कोसफुंडी फाटा के पास तीन ग्रामीणों के शव मिले थे। उनकी पहचान मल्लू मडावी, कन्नू मडावी और लालसु कुदैती के रूप में हुई थी। इससे पहले माओवादियों ने 8 ग्रामीणों का अपहरण कर लिया था। साथ ही, ऐलान किया था कि इन्हें मुठभेड़ में मारे गए 40 माओवादियों की मौत के बदले सजा दी जाएगी। इनमें से 4 ग्रामीणों के शव बरामद हो चुके हैं, जबकि बाकी के बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिली है।

इसका बदला ले रहे माओवादी: बता दें कि सुरक्षाकर्मियों ने 22 और 23 अप्रैल 2018 को 2 एनकाउंटर में 40 माओवादियों को मार गिराया था। यह घटना गढ़चिरौली जिले के भामरागड़ तालुका में कासंसुर के जंगलों में हुई थी। इस एनकाउंटर के बाद माओवादी संगठन सीपीआई (एम) में हड़कंप मच गया था। वहीं, माओवादी लीडर गणपति को निलंबित करके बसवराजु को कमान सौंप दी गई थी।