देशभर में सांप्रदायिक सोहार्द को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र के थाणे स्थित मुंब्रा से एक अच्छी खबर सामने आई है। यहां हिंदू-मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों ने एक साथ एक पंडाल के नीचे अपने-अपने धार्मिक कार्यों को ना सिर्फ पूरा किया बल्कि दोनों समुदाय के लोग एक-दूसरे के कार्यक्रम में भी बखूबी शामिल हुए हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई की खबर के मुताबिक ‘एकता मित्र मंडल’ के पूजा पंडाल में दोनों समुदाय में पहले गणेश उत्सव मनाया और फिर मुहर्रम मनाया गया। मामले में लोगों का कहना है कि, ‘हम एक साथ त्योहार मनाते हैं। हमारे पास एक ही माइक है और एक ही लाउडस्पीकर है। अपनी-अपनी पूजा का समय भी हम आपस में तय कर लेते हैं।’

अंग्रेजी वेबसाइट द क्विंट की खबर के मुताबिक यहां गुरुवार (20 सितंबर, 2018) सुबह पहले गणेश आर्ती हुई और इसके बाद उसी पंडाल में नमाज अता की गई। पंडाल 11 दिन तक गणेश चतुर्थी के आयोजन के लिए स्थापित किया गया। वेबसाइट ने नव भारत टाइम्स के हवाले से बताया इसी दौरान यहां मस्जिद में हुसैनी फाउंडेशन द्वारा मुहर्रम प्रार्थना का आयोजन किया गया। इससे दोनों समुदाय को लोगों ने माइक और लाउडस्पिकर का उपयोग अपने-अपने धार्मिक कार्य को पूरा करने के लिए किया। इसके लिए आयोजककर्ताओं ने दोनों समुदाय के लिए अलग-अलग समय तय किया।

हुसैनी फाउंडेशन के चीफ अब्दुल रज्जाक ने बताया कि कुछ शासक अपने राजनीतिक फायदे के लिए दो समुदायों को आपस में बांटने की कोशिश करते हैं। ऐसे लोगों से हमें सावधान रहने की जरुरत है।