अगर आपके पास पीएफ अकाउंट से पेंशन की रकम को खाते में ट्रांसफर करने से संबंधित फोन आ रहे हैं तो सतर्क हो जाएं। पीएफ विदड्रॉल के नाम पर आपके मेहनत की कमाई लुट भी सकती है। हाल ही में मुंबई की एक ऐसी ही घटना ने ईपीएफओ के मेंबर्स को चौकन्ना कर दिया है। मामला मुंबई के बांद्रा का है जहां एक शख्स ने लोगों को फोन कर पीएफ विदड्रॉल के नाम पर उनके पर्सनल डिटेल्स की मांग की। ईपीएफओ ने इस संबंध में पेंशनर्स और मेंबर्स को चेतावनी जारी करते हुए ‘दीपक शर्मा’ नाम के शख्स से सावधान रहने को कहा है। इपीएफओ ने शख्स के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत भी दर्ज कराई है। बताया जाता है कि शख्स ने मेंबर्स को फोन कर दावा किया कि वह ईपीएफओ से है। साथ ही उसने मेंबर्स से आधार और पैन कार्ड नंबर की मांग की।
ईपीएफओ ने इस संबंध में बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स और निर्मल नगर पुलिस थाने के साइबर अपराध शाखा में शिकायत दर्ज कराई है। एक अंग्रेजी पोर्टल की खबर के मुताबिक यह मामला ईपीएफओ के संज्ञान में तब आया जब कुछ पेंशनर्स ने फोन पर इस बात की सूचना दी कि उन्हें ईपीएफओ से किसी शख्स के फोन आ रहे हैं जो उनसे पेंशन निकालने के लिए पर्सनल डिटेल्स की मांग कर रहा है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्होंने सभी डिटेल्स गूगल ऑफिस में भेज दिया है ताकि पता लगाया जा सके कि फोन सर्च डायरेक्ट्री (जस्ट डायल) में यह नंबर किसने अपलोड किया है।
साइबर अपराध विशेषज्ञ रितेश भाटिया ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उपभोक्ताओं के इस तरह के डेटा की जानकारी या तो किसी कर्मचारी ने जल्दी पैसा बनाने की लालच में बेच दिया है या फिर वह इसे डार्क नेट बाजार के जरिए हासिल करते हैं जहां यह आसानी से उपलब्ध होता है। साइबर अपराध मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता विकी शाह ने बताया कि इन मामलों में अक्सर पीड़ित को पेंशन की राशि अकाउंट में ट्रांसफर करने के लिए फीस की मांग की जाती है।
