महाराष्ट्र में चल रहे लाउडस्पीकर विवाद के बीच मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि कानून सबके लिए एक है, चाहे मंदिर हो या फिर मस्जिद, लाउडस्पीकर को हटाया जाएगा। वहीं, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे की ओर से लाउडस्पीकर हटाने के अल्टीमेटम को लेकर गृह मंत्रालय की हाई लेवल मीटिंग भी हुई है। इस बीच बीएमसी मेयर की तरफ से ये बयान आया है।
राज ठाकरे के लाउडस्पीकर के अल्टीमेटम का जवाब देते हुए किशोरी पेडनेकर ने कहा कि लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल ध्वनि प्रदूषण नियमों के मुताबिक किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई निर्धारित डेसिबल सीमा का उल्लंघन करता है तो उसका लाउडस्पीकर हटा दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, “मुसलमानों सहित किसी ने भी हनुमान चालीसा का विरोध नहीं किया… मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए जाएंगे। मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करती हूं। कानून सभी के लिए समान है। अगर राज ठाकरे ने अपने भाषण में कुछ भी आपत्तिजनक कहा है तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।” मेयर ने यह भी कहा कि राज ठाकरे की वजह से मंदिरों से लाउडस्पीकर हटाए जा रहे हैं।
किशोरी पेडनेकर ने कहा, “भोंगा (लाउडस्पीकर) 100 पर्सेंट हटाया जाना चाहिए। जिनके पास परमिशन है उसको तो नहीं निकाल सकते क्योंकि वे नियम का पालन करेंगे, लेकिन जो नहीं करते हैं तो उनको निकाला जाएगा। आज ऐसी परिस्थिति हो गई है कि हमारे हिंदुस्तान में सुबह की आरती सुनाई नहीं देगी। हमारे हिंदुस्तान में रात में गांव-गांव में भजन होता था, प्रवचन होता था तो भोंगा लगाया जाता था ताकि 5-6 किलोमीटर दूरी पर स्थित गांवों को भी इसका पता चले, लेकिन हमारे हिंदुस्तान में अभी ऐसा नहीं होगा। ऐसे कुछ हिंदू करना चाहते हैं, आड़-आड़ में हिंदू को ही परेशान करते हैं। हिंदुस्तान में हिंदुओं पर पाबंदियां लग रही हैं। इसका कारण है भोंगा हटाओ, तो भोंगा हटेगा तो सबका हटेगा।”
उन्होंने मनसे कार्यकर्ताओं को चेतावनी भी दी कि वे कानून-व्यवस्था को अपने हाथ में न लें वरना, उनका पूरा जीवन कोर्ट की तारीखों में बर्बाद हो जाएगा। बता दें कि मस्जिदों में लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल को लेकर चल रहे विवाद के बीच, राज ठाकरे ने कहा कि अगर मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो 4 मई से अजान की तुलना में दुगनी आवाज के साथ हनुमान चालीसा बजाई जाएगी।
