महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने मुस्लिमों द्वारा अजान में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इसके साथ ही उन्होंने सड़कों में बैठकर नमाज पढ़ने को लेकर भी आपत्ति जताई है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक राज ठाकरे ने कहा कि क्या लाउडस्पीकर का इस्तेमाल करे बिना अजान नहीं की जा सकती? सड़कों पर बैठकर नमाज क्यों पढ़ते हैं? उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा से मुस्लिमों से ये पूछता आया हूं कि उन्हें अजान के लिए लाउडस्पीकर की जरूरत क्यों होती है? आप किसे क्या दिखाना चाहते हो? अगर आप लोग नमाज पढ़ना चाहते हैं, तो घर पर बैठकर पढ़ें। आप सड़कों में बैठकर क्यों नमाज पढ़ते हैं? क्यों सड़कों को जाम करते हैं?’

उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी जिम्मेदारियों को समझना चाहिए, ऐसा होने से देश और राज्यों में विरोध की स्थिति पैदा नहीं होगी। ठाकरे ने यह बात गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित किए गए एक कार्यक्रम में पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही। इसके अलावा उन्होंने मराठा आरक्षण आंदोलन का समर्थन किया, साथ ही साथ इस आंदोलन के दौरान हुई हिंसा के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

आपको बता दें कि नमाज के दौरान लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर विवाद पिछले साल सिंगर सोनू निगम के बयान के बाद उठा था। सोनू निगम ने कहा था, ‘भगवान सबका भला करे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुजे हर सुबह अजान की आवाज से उठना पड़ता है। हमारे देश में यह जबरन धार्मिक भावना कब खत्म होगी।’ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने भी कहा था कि इस्लाम और कुरान में कभी यह नहीं कहा गया कि अजान लाउडस्पीकर में अदा की जानी चाहिए। उन्होंन कहा, ‘कुरान या इस्लाम ने कभी नहीं कहा गया कि अजान को लाउडस्पीकरों के माध्यम से किया जाना चाहिए। अजान को इस तरह से किया जाना चाहिए कि इससे किसी दूसरे व्यक्ति को कोई परेशानी न हो।’