मध्य रेलवे की दिवा चौकी के चार आरपीएफ जवानों से जुड़े बलात्कार के एक मामले ने तब नया मोड़ ले लिया जब 25 साल की पीड़िता को कथित रूप से अपनी शिकायत वापस लेने के लिए एक आरोपी से धन की उगाही करते समय गिरफ्तार कर लिया गया। पीड़िता को शुक्रवार शाम यहां के एक होटल में आरपीएफ के कांस्टेबल प्रदीप सिंह से 90,000 रुपए लेते समय रंगे हाथों पकड़ा गया। पीड़िता एक शादीशुदा महिला है।
पुलिस जनसंपर्क अधिकारी सुखदा नरकर ने कहा कि पुलिस ने महिला और जवानों के बीच बातचीत रिकार्ड करने के बाद डोम्बिविली के द्वारका होटल में जाल बिछाकर महिला को पकड़ लिया। महिला को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। उसने कांस्टेबल से 1,11,000 रुपए मांगे थे। दो और लोगों – पीड़िता और जवानों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले व्यक्ति मोहन बिटला और एक प्रमुख समाचार पत्र के एक पत्रकार – भी मामले को लेकर जांच के घेरे में हैं।
पुलिस ने कहा कि जहां बिटला को महिला के साथ गिरफ्तार किया गया वहीं पत्रकार के खिलाफ आईपीसी की धारा 384 एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया। महिला दिवा की रहने वाली है और डोम्बिवली के एक बुटीक में काम करती है। इससे पहले इस हफ्ते महिला के बलात्कार का आरोप लगाने पर इन चार जवानों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (डी), 328 एवं 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था। महिला ने आरोप लगाया था कि उसके साथ आरपीएफ केबिन में रेप किया गया। रेप से पहले आरोपियों ने इसे नशीला पदार्थ पिला दिया था। इसके बाद ठाणे रेलवे पुलिस ने चारों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर चारों को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद मामले के मुंबरा पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही है कि क्या पीड़िता ने पहले भी जवानों से उगाही की मांग की थी।

