मुंबई में एक महिला ने घरेलू सहायिका पर उसके बेटे का यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं महिला ने घरेलू सहायिका के साथ ही अपने पूरे परिवार पर भी POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज करा दिया है। महिला का आरोप है कि उसने अपने परिवार वालों को घेरलू सहायिका की हरकतों के बारे में बताया था। इसके बावजूद परिवार वालों ने आरोपी घरेलू सहायिका को नौकरी से नहीं हटाया। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, घटना मुंबई के मालाबार हिल्स इलाके की है।
रिपोर्ट के अनुसार, मुकदमा दर्ज कराने वाली महिला पेशे से एक वकील है। महिला का आरोप है कि बीते हफ्ते उनके घरेलू सहायिका ने उनके साढ़े चार साल के बेटे को गलत तरीके से छुआ था। जब उसने यह बात अपने परिजनों को बतायी तो उन्होंने उसकी बात पर यकीन करने से इंकार कर दिया और घरेलू सहायिका को काम से नहीं हटाया। बताया जा रहा है कि बीती 4 जून को महिला पुलिस थाने पहुंची और उसने आरोपी घरेलू सहायिका समेत अपने पति और बच्चे के पिता, सास-ससुर के खिलाफ पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज करा दिया।
फिलहाल पुलिस ने बच्चे का बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। बता दें कि पोक्सो एक्ट (Protection of Children from Sexual Offences Act) साल 2012 में बच्चों को यौन शोषण से बचाने और पोर्नोग्राफी रोकने के उद्देश्य से बनाया गया था। 18 साल से कम उम्र के बच्चों के यौन शोषण की स्थिति में पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाता है। इस एक्ट के तहत दोषी व्यक्ति को न्यूनतम 10 साल और अधिकतम उम्रकैद की सजा हो सकती है।