महाराष्ट्र सरकार ने सरकारी मैग्जीन का वितरण रोक दिया है, जिसमें डॉ. भीमराव आंबेडकर की जगह कांग्रेसी नेता विलास राव देशमुख के बचपन की तस्वीर छाप दी गई।महाराष्ट्र सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की ओर से हर महीने अंग्रेजी में पत्रिका निकाली जाती है। सरकारी सूत्रों का कहना है कि इस गलती के लिए जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी।
विभाग के एक अधिकारी ने कहा गलत तस्वीर छपने का मामला संज्ञान में आने पर मैग्जीन का सर्कुलेशन तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है।हमने सात हजार प्रतियां प्रकाशित कीं, छह सौ प्रतियां वितरित होने के बाद ही सर्कुलेशन रोक दिया गया।
दरअसल पत्रिका में एक जगह डॉ. भीमराव आंबेडकर के बचपन की तस्वीर छापी जानी चाहिए थी, मगर वहां पर दिवंगत कांग्रेसी नेता विलासराव देशमुख की तस्वीर प्रकाशित कर दी गई। उधर कारण बताओ नोटिस जारी करने पर किताब प्रकाशित करने वाली एजेंसी ने कहा कि सभी तस्वीरें आधिकारिक वेबसाइट से ली गई हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इस मामले की आलोचना करते हुए बीजेपी सरकार को मामले में उदासीन बताया है।
Big mistake by #Maharastra Govt. @MahaDGIPR magazine #MaharashtraAhead wrongly prints Congress Leader Late Shri Vilasrao Deshmukh’s childhood pic as #DrAmbedkar‘s childhood pic. @INCMaharashtra @INCMumbai #Congress pic.twitter.com/jX5upLY6ey
— Varsha Gaikwad (@VarshaEGaikwad) April 27, 2018
तस्वीर प्रकरण को उन्होंने कहा कि आंबेडकर और देशमुख यह दोनों का अपमान है।उन्होंने कहा कि दोनों हस्तियां महाराष्ट्र से नाता रखतीं हैं मगर उनकी तस्वीरों का घालमेल माफी के काबिल नहीं है।उन्होंने आरोप लगाया कि अंग्रेजी पत्रिका के प्रकाशन का जिस एजेंसी से आउटसोर्सिंग हो रही है, उस एजेंसी का महाराष्ट्र की संस्कृति से कोई नाता नहीं है।

