मध्यप्रदेश में 200 रुपए के नए नोट की फोटोकॉपी करके सामान खरीदने का मामला सामने आया है। आरोप स्कूल के चार बच्चों पर हैं। चारों छात्रों ने इस जाली नोट से एक मिल्क पार्लर वाले को चूना लगाया है। नकली नोट देकर मिल्क पार्लर से बच्चों ने मिल्क प्रोडेक्ट्स खरीदे थे और बाकी खुले रुपए लेकर चले गए।
रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से लिखा गया है कि बच्चे सुबह करीब छह बजे अपने स्कूल जा रहे थे, तभी उन्होंने मिल्क पार्लर से जाली नोट से खरीदारी की। बच्चों ने दो सौ रुपए का सामान खरीदा और बाकी 1800 रुपए खुले लेकर चले गए। जिस दुकानदार ने यह 2000 रुपए का नया नोट लिया था, उसे दोपहर में शक हुआ। उसके बाद उसने अपने बेटे से इस बारे में कहा। दोनों बैंक की ब्रांच में गए, जहां बैंक अधिकारियों ने बताया कि यह नोट नए नोट से कलर फोटोकॉपी किया गया है। इसके बाद दुकानदार ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है।
फोटोकॉपी करके 2000 रुपए का नया नोट चलाने के पहले भी एक दो मामले सामने आए थे। कर्नाटक से एक व्यक्ति को 2,000 रुपए के नोट की कलर फोटोकॉपी से भुगतान करते पकड़ा गया था। इसके साथ ही तेलंगाना के महबूबाबाद जिले में दो युवाओं को 2000 के नए नोटों की फोटोकॉपी फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। महबूबाबाद ग्रामीण सर्किल के इंस्पेक्टर कृष्णा रेड्डी के मुताबिक, महूबबाबाद के कुरावी मंडल इलाके में एक कलर फोटोकॉपी सेंटर चलाने वाले एक युवा ने 2000 के नए नोट की चार कॉपी बनाई थी। उसने एक फोटोकॉपी प्रदीप नाम के शख्स को एक्सचेंज करने या बाजार से कुछ खरीदारी करने के लिए दी।
इंस्पेक्टर ने कहा, ”शुरुआती जांच के आधार पर पता चला है कि जो युवक फोटोकॉपी सेंटर चला रहा था कि उसने प्रदीप को बताया कि वे 2,000 रुपए के नए नोटों को एक्सचेंज करके आसानी से पैसे कमा सकते हैं। पुलिस के मुताबिक, प्रदीप ने अपने रिश्तेदार की बाइक उठाई और 500 रुपए का पेट्रोल भराया। रकम चुकाने के लिए उसने 2000 रुपए के नोट की कलर फोटोकॉपी दी। पेट्रोप पंप कर्मचारियों को शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को खबर कर दी।
