महाशिवरात्रि के मौके पर बड़ी संख्या में लोग खजुराहो मंदिर पहुंच रहे हैं। इस बीच खजुराहो मंदिर की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला उजागर हुआ है। यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज का खिताब पाए खजुराहो स्मारक परिसर के स्टाफ गेट पर सुरक्षा में सेंध लगाकर लोगों को अंदर जाते हुए देखा गया है। वहां सुरक्षा में तैनात प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसी एसआईएस के जवान तमाशबीन बने हुए थे। जब कैमरे की नजर उन पर पड़ी तो वह सक्रिय हो गए। कुछ तो वहां से भाग खड़े हुए। हालांकि, यह पहला मौका नहीं है जब खजुराहो सांस्कृतिक विरासत के स्मारकों की सुरक्षा में सेंध लगा हो। इससे पहले भी ऐसे वाकये हो चुके हैं, बावजूद इसके कोई सटीक कार्यवाही नहीं हुई।
जब इस मामले में आर्कियोलॉजिकल विभाग के सीनियर कंजरबेशन असिस्टेंट अशोक मेहता से बात करनी चाही तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।मामले से साफ नजर आ रहा है कि भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) खजुराहो जैसे विश्व की सांस्कृतिक धरोहर की सुरक्षा के प्रति सचेत और सजग नहीं है। वह इसे हलके में ले रही है। अगर ऐसा रवैया रहा तो कोई आतंकी या देशद्रोही मंदिरों की सुरक्षा में सेंधमारी कर कोई बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।
सुरक्षा में सेंध का वीडियो देखिए:
खजुराहो को मंदिरों का शहर कहा जाता है। प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिरों के लिए यह दुनिया भर में विख्यात है। यह मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। खजुराहो को प्राचीन काल में खजूरपुरा और खजूर वाहिका नाम से भी जाना जाता था। यहां बड़ी संख्या में प्राचीन हिन्दू और जैन मंदिर हैं। मंदिरों का शहर खजुराहो पूरे विश्व में मुड़े हुए पत्थरों से निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है जो कि देश के सबसे अच्छे मध्यकालीन स्मारक हैं। भारत के अलावा दुनिया भर के आगन्तुक और पर्यटक प्रेम के इस अप्रतिम सौंदर्य के प्रतीक को देखने के लिए निरंतर आते रहते है।