जिस पुलिस के भरोसे आम जनता घरों में चैन की सांस लेती है वहीं एक पुलिस वाला ऐसा भी है जो कि लड़कियों को घर से उठाकर ले जाने की धमकी देता है। ईटीवी के अनुसार मध्य प्रदेश के सागर जिले के थाना प्रभारी नवल आर्य की दबंगई इतनी बढ़ गई है कि उसने लड़कियों से बदसलूकी तो की ही, साथ ही धमकी भी दी कि उन्हें उनके घर से उठाकर ले जाएगा। इस घटना का वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है।

बताया जा रहा है कि सागर जिले में स्थित दुकान मालिक राजेश दोगरे ने 2008 में अपनी दुकान 35 लाख में बेचने का अनुबंध किसी समैया परिवार के साथ किया था। शुरुआत में बयाने के तौर पर समैया परिवार ने राजेश दोगरे को 15 लाख रुपए दे दिए थे लेकिन बाकी की राशि वे समय पर नहीं दे पाए। जिसके बाद राजेश दोगरे ने बयाने की राशि को किराया मान लिया और समैया परिवार से दुकान खाली करने को कहा। इसके बाद भी समैया परिवार ने जब दुकान वापस नहीं की तो राजेश दोगरे की दोनों बेटियों ने दुकान पर कब्जा करने की कोशिश की। इस तनातनी के बाद समैया परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी नवल आर्य ने दोनों लड़कियों के साथ बदसलूकी की। नवल आर्य ने दोनों लड़कियों से बहुत ही गंदे तरीके से बात की और इसके बाद उन्होंने अपनी ज्यादा ही दबंगई दिखाते हुए लड़कियों को घर से उठा ले जाने की धमकी दी।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया जिसके बाद राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने थाना प्रभारी नवल आर्य को निलंबित कर दिया। इस घटना से पता चलता है कि आम जनता की सुरक्षा किसी तरह के लोगों के हाथ में है। आम जनता की सेवा करने वाली पुलिस आम जनता की ही जान की दुश्मन बनी हुई है। आम जनता सुरक्षा के मामले में पूरी तरह से पुलिस पर निर्भर रहती है कि पुलिस दोषियों को सजा देगी लेकिन इस मामले ने साबित कर दिया कि पुलिस पर भरोसा करना अब मुश्किल सा है।