जबलपुर में पुलिस का बर्बर चेहरा सामने आया है जहां पर पुलिस ने छात्रों पर जमकर कर लाठियां बरसाई हैं. दरअसल तीन तलाक मामले को लेकर दो समुदायों की बीच झड़प हुई जिसमें पुलिस ने आम लोगों को भी निशाना बना लिया. पुलिस ने इस मामले में जबरजस्ती कुछ छात्रों को घसीट लिया और उनकी जमकर पिटाई की. घायल छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह मामला तीन दिन पुराना है जहां पर तीन तलाक के खिलाफ मु्स्लिम राष्ट्रीय मंच ने महिलाओं के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया था. इस मंच द्वारा यह कोशिश की जा रही है कि महिलाएं अपने अधिकारों के बारे में जाने और जागरुक बने.

महिलाओं के लिए रखे गए इस कार्यक्रम में जहां एक तरफ महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में बताया जा रहा था तो वहीं दूसरी तरफ दूसरे मुस्लिम समुदाय के लोग इसका विरोध करने के लिए वहां पहुंच गए. इसके बाद दोनों गुट आमने-सामने आ गए. सिविर सेंटर में चल रहे इस कार्यक्रम में पहुंचे प्रदर्शनकारियों को तो पुलिस ने वहां से निकाल दिया लेकिन वे लोग इससे काफी आक्रोशित हो गए. पुलिस ने जब प्रदर्शकारियों को सिविर सेंटर से निकालने के लाठियां चलाई तो इसकी चपेट में आम जनता भी आ गई. पुलिस ने बहुत ही बर्बता के साथ निर्दोष छात्रों पर जमकर लाठियां बरसाईं. छात्रों के यह कहने के बावजूद की वे इस प्रदर्शन का हिस्सा नहीं हैं तब भी पुलिस का डंडा नहीं रुका और पुलिस छात्रों की पिटाई करती रही.

इस घटना के बाद मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के अध्यक्ष ने कहा वे लोग कट्टरपंठी हैं जो कि तीन तलाक का समर्थन कर रहे हैं. वे लोग नहीं चाहते की मुस्लिम महिलाएं जागरुक बने और अपने अधिकारों के बारे में जाने. उन्होंने यह भी कहा कि कट्टरपंथी लोग कतई भी यह नहीं चाहते कि मुस्लिम समुदाय के लोग देश में विकास की राह पर चले. वहीं इस कार्यक्रम को आयोजित करने वालों का कहना है कि उनकी इस मुहिम की सफलता यही है कि विरोध के बावजूद बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय की महिलाएं आयोजित सम्मेलनों में शामिल हो रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि सबसे अच्छी बात तो यह है कि वे हर बात पर अपना मत-विचार रख रही हैं. आपको बता दें कि तीन तालाक के मामले में देशभर में महिलाओं को जागरुक करने के लिए कई संस्थाएं काम कर रही हैं.