नोटबंदी के दौर में शादी वाले घरों में पैसों को लेकर बहुत दिक्कतें हो रही हैं। शादी वाले परिवार का कहना है कि पैसे नहीं मिलने पर उनके काम अटक गए। शादी वाले घरों को पैसे देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोदी सरकार से मांग भी की थी। जिसके बाद सरकार ने शादी वाले परिवारों को 2.50 लाख रुपए निकालने तक की छूट दी थी। इन सब के बीच दो आईएएस ने बहुत साधारण तरीके से शादी करके लोगों के सामने मिसाल कायम की है। 2014 बैच के आईएएस अफसर आशीष वशिष्ठ और सलोनी सीडाना ने सोमवार को डिस्ट्रिक मेजिस्ट्रेट की कोर्ट में शादी की।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस शादी में महज 500 रुपए खर्च हुए हैं। आशीष वशिष्ठ ने बताया कि उनकी पहली मुलाकात ट्रेनिंग सेंटर में हुई थी। दोनों ने एक साथ ट्रेनिंग ली है। जब उनसे लव मैरिज को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अरेंज मैरिज है। फिलहाल भिंड के गोहद में एसडीएम हैं, तो सलोनी भी प्रोबेशनर अफसर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं। वह अभी आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में एसडीएम हैं।
आशीष ने बताया कि कैडर बदलने के लिए दोनों को विधिवत तौर पर शादी करना जरूरी था। इस इस वजह से एसडीएम आशीष वशिष्ठ ने भिंड के एडीएम कोर्ट में शादी के लिए आवेदन दिया था। उन्होंने बताया कि कैडर बदलने की प्रक्रिया में एक से दो महीने का समय लगता है। आशीष ने बताया कि वह राजस्थान के अलवर से ताल्लुक रखते हैं जबकि उनकी पत्नी सलोनी पंजाब के जलालाबाद की रहने वाली हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले सूरत जिले में भी एक जोड़े ने 500 रुपए कैश में शादी की थी। पैसों के मामले में परिवार को आई दिक्कतों के बारे में बताते गुए दुल्हन ने बताया कि शादी की तारीख नोटबंदी के फैसले से पहले ही तय हो गई थी। दुल्हन दक्ष ने कहा, “हम समझ गए कि धूमधाम से शादी करना अब काफी मुश्किल है, ऐसे में हमने बेहद साधारण शादी करने का फैसला लिया।” दक्ष की बात को आगे बढ़ाते हुए दुल्हे भरत ने कहा कि चूंकि तारीख पहले से फिक्स थी, ऐसे में परिवार वालों ने ग्रैंड वेडिंग की जगह “चाय-पानी” वाली शादी करने का फैसला लिया। इस शादी में आए मेहमानों ने नवविवाहित जोड़े को शुभकामनाएं तो दी हीं, साथ ही इस फैसले के लिए दुल्हा-दुल्हन की तारीफ भी की।
