मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले की पुलिस ने आठ लाख रुपये के नकली नोटों के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि यह आरोपी घर में दो-दो हजार के नकली नोट छापते थे। पुलिस ने नोट छापने में इस्तेमाल होने वाले कंप्यूटर और अन्य सामाग्री बरामद की है। पुलिस अधीक्षक मनोहर वर्मा ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया पीपलीनाका क्षेत्र के पेट्रोल पंप पर दो हजार रुपये का नकली नोट चलाते हुए दो युवकों को पकड़ा था।
पुलिस ने उन युवकों से पूछताछ की जिसके आधार पर महाकाल थाना क्षेत्र के एक मकान में दबिश दी। जब पुलिस वहां पहुंची तो उसने वहां देखा कि उस मकान में दो हजार के नकली नोट बनाने का काम चल रहा था। इस मामले में पुलिस ने उन दो युवकों के अलावा दो और लोगों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इस मकान से कथित तौर पर आठ लाख के नकली नोट बरामद किए। यह सभी नोट दो-दो हजार के थे। पुलिस अधीक्षक मनोहर वर्मा के मुताबिक, पुलिस ने कंप्यूटर, स्कैनर, प्रिंटर, नोट छापने के कागज सहित अन्य सामग्री बरामद की है। पुलिस ने जो नोट बरामद किए हैं वे सभी अलग-अलग नंबर के हैं। एसपी ने बताया कि इन आरोपियों के पास ऐसा सॉफ्टवेयर भी मिला है, जिससे वे नोट का नंबर बदल लिया करते थे।
नोटबंदी के बाद नकली नोट के मामले सामने आ रहे हैं। कुछ समय पहले पंजाब के मोहाली में भी बीटेक स्टूडेंड अभिनव वर्मा और उसकी कजिन विशाखा ने भी एक स्कैनर के जरिए दो हजार के नकली नोट छापने का काले कारनामें को अंजाम दिया था। लेकिन पुलिस ने सुझबुझ के साथ नकली नोट बनाने वाले इन बहन भाई को गिरफ्तार कर लिया था।