बुंदेलखंड में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एक कलयुगी मां ने अपनी अबोध बच्ची को चिमटे से जला दिया। बताया जा रहा है कि छतरपुर जिले के नोगाँव नगर में रहने वाली एक माँ ने अपनी पांच साल की मासूम बच्ची राखी को इतनी सख्त सजा दी। पांच साल की मासूम बच्ची का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने बिस्तर में बाथरूम कर दिया था। इस पर राखी की मां को गुस्सा आ गया और उसने लोहे के चिमटे को चूल्हे में गर्म करके उसके शरीर पर कई जगह दाग दिया।

राखी की मां ने उसे इतनी बेरहर्मी से दागा की बच्ची काफी जगह से बुरी तरह जल गई। इसके बाद बच्ची दर्द और जलन के कारण रोती रही लेकिन उसकी बेरहम मां ने उसका इलाज तक नहीं करवाया। वहीं जब उस बच्ची की निर्दयी मां से पूछा तो उसने बड़ी ही सख्ती में जवाब देते हुए कि इसने बिस्तर पर बाथरूम कर दिया था और उसे गुस्सा आ गया तो इसे सबक सिखाने के लिए रोटी बनाने वाले चिमटे को गर्म किया और जला दिया। अब यह सजा पाने के बाद कभी बिस्तर पर बाथरूम नहीं करेगी।

वहीं महिला की इस हरकत पर उसके परिजन और पड़ोसी भी हैरान है कि कोई गुस्से में भी अपने बच्चे को इस तरह की सजा नहीं दे सकता। दूसरी ओर सूत्रों की मानें तो पता चला है कि महिला अपने पहले पति को छोड़कर किसी और के साथ रहे रही है।

यह  अपने पहले पति को छोड़कर किसी दूसरे व्यक्ति के साथ नोगाँव की हल्लू कालोनी स्थित निजाम चाचा के मकान में दो महीने पहले ही रहने आई है और राखी उसके पहले पति की बच्ची है। मामला चाहे जो भी हो पर इस तरह अबोध बच्ची को इतनी कठोर सजा देना तालिबानी फरमान जैसा है। इस तरह की कलयुगी मां को सजा तो मिलनी ही चाहिए।