जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर शैलेषानंद गिरि को इंदौर के मॉल में शर्ट-ट्राउजर में खरीदारी करने की कीमत महामंडलेश्‍वर पद खोकर चुकानी पड़ी। उन्‍हें इसी महीने की शुरुआत में इंदौर के एक मॉल में किसी लड़की के साथ खरीदारी करते देखा गया था। इस घटना की वीडिया की वीडियो क्लिप सामने आई थी। यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् के प्रमुख स्‍वामी नरेंद्र गिरी ने शुक्रवार को उनसे महामंडलेश्‍वर पद वापस ले लिया।

स्‍वामी नरेंद्र गिरी ने बतायश कि स्‍वामी शैलेषानंद ने पश्चिमी कपड़े पहनकर गलत काम किया है। स्‍वामी शैलेषानंद को उज्‍जैन में सिंहस्‍थ कुंभ मेले के दौरान महामंडलेश्‍वर घोषित किया गया था। उन्‍हें दोबारा से यह पद पाने के लिए नए सिरे से पूरी प्रकिया का पालन करना होगा। इस बारे में पूछे जाने पर शैलेषानंद ने बताया कि बारिश में उनका चोला खराब हो गया था इसलिए उन्होंने पैंट-शर्ट पहन लिया। उनके कुछ शिष्यों को फॉर्मल ड्रेस दिलाने के लिए वे मॉल में गए थे।

शैलेषानंद पायलट बाबा के शिष्‍य हैं। संन्‍यास लेने से पहले वे राजनीति से भी जुड़े हुए थे और कांग्रेस के प्रवक्‍ता भी रहे थे।