नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर मध्य प्रदेश की बीजेपी शासित सरकार ने गुरुवार को झाबुआ में आधिकारिक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए राज्य के पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री अंतर सिंह आर्य ने अंबेडकर की पूजा की। उन्होंने अंबेडकर की फोटो के सामने दीपक और अगरबत्ती जलाई। आम तौर पर इस तरह के कार्यक्रमों की शुरुआत देवी सरस्वती के पूजन से होती है।
द इंडियन एक्सप्रेस ने परंपरा में इस बदलाव के बारे में जब मंत्री से पूछा तो उन्होंने कहा, ‘अंबेडकर की पूजा में बुराई क्या है? उन्होंने हमारा संविधान लिखा है। इससे बढ़कर यह है कि यह उनकी 125वीं जयंती का साल है, जिसे सरकार बढ़चढ़ कर मना रही है।’ आर्य से जब पूछा गया कि गुरुवार को हुए कार्यक्रम में सरस्वती देवी क्यों नदारद थीं, उन्होंने कहा, ‘लेकिन हमने शुक्रवार को उनकी पूजा की।’ दरअसल, आर्य शुक्रवार को अलीराजपुर में आयोजित एक अन्य सरकारी कार्यक्रम का जिक्र कर रहे थे, जहां उन्होंने शुरुआत सरस्वती पूजन से की।
जहां तक झाबुआ में गुरुवार को हुए कार्यक्रम की बात है, उसमें जिले के सभी बीजेपी एमएलए मौजूद थे। बीजेपी का समर्थन करने वाले ठंडला के निर्दलीय एमएलए काल सिंह ने कहा कि अंबेडर की पूजा पर किसी को आपत्ति नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम दीनदयाल उपाध्याय जैसे अपने पूर्वजों की भी पूछा करते हैं। डॉ अंबेडकर की पूजा करने में कोई असामान्य बात नहीं है।’