छतरपुर शनिवार (7 जनवरी) को नगर में एक शव यात्रा में लीक से हट कर नज़ारा देखने को मिला जिसे देख लोग विस्मित रह गए। यह वाकया बेनीगंज मुहल्ले की रानी की बगिया में रहने वाली जिला अस्पताल छतरपुर में पदस्थ वरिष्ठ मेट्रन एस. ठाकुर (64 वर्ष) की अंतिम यात्रा का है। बीमारी के चलते मेडिकल कॉलेज ग्वालियर में उपचार करा रहीं सिस्टर ठाकुर का आज (शनिवार, 7 जनवीर) को तड़के निधन हो गया था। छतरपुर लाने के बाद अपरान्ह तीन बजे उनकी अंतिम यात्रा रानी की बगिया से बिजावर नाका स्थित मुक्तिधाम के लिए प्रारम्भ हुई जिसमें अन्य लोगों के साथ साथ उनकी चार बेटियां भी रोती बिलखती शामिल हुईं।
माँ की शवयात्रा को चार बेटियों ने दिया कंधा
शवयात्रा में बेटा श्रीकांत सबसे आगे चल रहा था तो चारों बेटियां श्रीमती नीलम, श्रीमती लीला, कु. रेखा मेडिकल (कॉलेज सागर) एवं मीना (जिला अस्पताल छतरपुर) अपनी कर्मठ माँ की अर्थी को कांधा देकर मुक्तिपथ पर आगे बढ़ा रहीं थीं। यह भावुक कर देने वाला नज़ारा देखने वाले राहगीर और दुकानदार भी भावुक हुए बिना नहीं रह सके। मुक्तिधाम में भी एक भावुक दृश्य देखने मिला। जिला अस्पताल में पिछले वर्ष एक बच्ची को जन्म देने वाली मानसिक अस्वस्थ महिला अपनी सदा मददगार रही ठाकुर सिस्टर की चिता पर पहुंच कर पूरी समझदारी के साथ उन्हें जीजी कहते हुए यादकर खूब विलाप करती रही और बाद में उनकी पुत्रियों को ढांढस भी बंधाती रही।
नर्स को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचे डॉक्टर
इस बीच मुक्तिधाम में स्वास्थ्य विभाग के दोनों मुखियाओं सी.एच.एम्.ओ. सिविल सर्जन एवं अन्य डॉक्टरों की गैरमौजूदगी की चर्चा होती रही। यहां केवल डा. आर.पी. गुप्ता पहुँचे थे। बाकी डॉक्टर अपने घरों में मरीजों की सेवा टहल में व्यस्त होने के कारण जिला अस्पताल में 17 वर्षों से उनका,स्टाफ एवं मरीजों का हरसंभव सहयोग करने वाली दबंग और मददगार ठाकुर सिस्टर को अंतिम विदाई देने के लिए आधे घंटे का भी समय नहीं निकाल सके। जो कि जनचर्चा का विषय रहा।
यहाँ बेटी ने दी पिता को मुखाग्नि
इसी गली में ठाकुर सिस्टर के पड़ोस में रहने वाले होम्योपैथ डा. अशोक शर्मा का भी निधन बीमारी के चलते शनिवार को हो गया था। उनके कोई पुत्र न होने के कारण उनकी पुत्री ने ही उन्हें मुखाग्नि देकर अंतिम विदाई दी,जिसे देखकर उपस्थितजन भावुक हो उठे।
स्व. डॉ. शर्मा के बाजू में रहने वाले किराना व्यवसायी श्री रमेश अरजरिया की पत्नी श्रीमती आशा अरजरिया का निधन भी आज शनिवार को हो जाने के बाद उनका भी अंतिम संस्कार मुक्तिधाम में किया गया।
एक दिन में तीन पड़ोसियों की मौत
इस प्रकार शनिवार का दिन एक साथ तीन पड़ोसियों की मौतों के कारण रानी की बगिया वासियों को गमगीन कर देने वाला रहा। तीनों दिवंगत आत्माओं को पड़ोसियों ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है।
