मध्य प्रदेश के भोपाल में एक बहुत ही दिलदहला देने वाला मामला सामने आया है जहां पर कोचिंग से घर लौट रही 19 वर्षीय यूपीएससी छात्रा को अगवा कर उसका गैंगरेप किया गया और फिर उसे जान से मारने की कोशिश की गई। इस घटना में सबसे शर्मिंदगी की बात तो यह है कि जब पीड़िता ने अपने साथ हुए हादसे की शिकायत लिखवानी चाही तो पुलिस ने केस दर्ज करने से इनकार कर दिया। यह घटना 31 अक्टूबर की है। लड़की रोजाना की ही तरह शाम के समय अपने कोचिंग से घर लौट रही थी। वह जैसे ही हबीबगंज रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंची तो दो लड़के उसे खींच कर ले गए और फिर गैंगरेप किया। जहां यह घटना हुई वहां से आरपीएफ पोस्ट केवल 50 मीटर दूरी पर था। किसी को भी लड़की के चिल्लाने की आवाज नहीं गई।
आरोपियों में से एक की पहचान गोलू बिहारी के रूप में हुई है जो कि अपनी नवजात बेटी के खून के इल्जाम में दोषी करार दिए जाने के बाद बेल पर बाहर था। पीड़िता के अनुसार गोलू के साथ उसका एक साथी अमर भी शामिल था। दोनों ने पहले पीड़िता का गैंगरेप किया और फिर गोलू अमर को लड़की पर नजर रखने के लिए वहां से चला गया। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार 15 मिनट बाद गोलू गुटखा और सिगरेट लेकर वापस आया और फिर पीड़िता के साथ गैंगरेप किया गया। पीड़िता की शिकायत के अनुसार उसने आरोपियों से कुछ कपड़ों की मांग की तो गोलू कुछ कपड़े लेकर आया लेकिन उसके साथ दो व्यक्ति रमेश और राजेश में साथ आए। इसके बाद चारों ने मिलकर फिर से पीड़िता के साथ गैंगरेप किया और यह सिलसिला तीन घंटे तक चला।
3 accused arrested, identification of one more accused underway. One sub-inspector at MP Nagar suspended: Dharmendra Singh, ASP, GRP #Bhopal pic.twitter.com/yKn0vlK2OZ
— ANI (@ANI) November 3, 2017
इसके बाद आरोपियों ने लड़की का गला दबाकर उसकी हत्या करने की कोशिश की। आरोपी उसे मरा हुआ समझकर रेलवे ट्रेक की झाड़ियों में फेंककर वहां से निकल गए, लेकिन पीड़िता बेहोश थी और जब उसे होश आया तो वह जीआरपी थाने पहुंची। यहां उसने शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की लेकिन किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। लड़की के पिता खुद आरपीएफ में सब इंसपेक्टर और मां सीआईडी में हैं लेकिन फिर भी लड़की की शिकायत दर्ज नहीं की गई। काफी समय के बाद पीड़िता की शिकायत दर्ज कराई गई और उसे मेडिकल के लिए भेजा गया। वहीं इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य की तलाश कर रही है। इसके साथ ही पीड़िता की शिकायत दर्ज न करने वाले एसआई को भी सस्पेंड कर दिया गया है।