एस्सेल ग्रुप के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद सुभाष चंद्रा का कहना है कि पाकिस्तानी टीवी धारावाहिकों को अपने चैनल ‘जिंदगी’ से निकालना, निरंतर हो रही आतंकवादी घटनाओं के खिलाफ विरोध जताने का एक तरीका है। सुभाष चंद्रा ने मंगलवार को एक बातचीत के दौरान कहा कि जिंदगी चैनल से कई पाकिस्तानी शो को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण होगा लेकिन उन्होंने कहा कि प्यार एक तरफा नहीं हो सकता। सुभाष चंद्रा ने कहा कि उन्होंने फवाद खान, माहिरा खान, अली जफर, राहत फतेह अली खान, आतिफ असलम, वीना मलिक और अन्य पाकिस्तानी कलाकारों को सोते हुए जवानों पर किए गए आतंकवादी हमले की केवल निंदा करने को कहा था। चंद्रा ने कहा, लेकिन किसी ने भी यह नहीं किया। हमने पाकिस्तान का नाम भी लेने को नहीं कहा था, लेकिन उन्होंने फिर भी ऐसा नहीं किया। ऐसे में क्या किया जाए।
बता दें कि चंद्रा द्वारा लाए गए जिंदगी चैनल के जरिए पाक कलाकारों को इंडियन ड्रॉइंग रूम में आने का मौका मिला है, लिहाजा इसके वाबजूद वहां से पाक की ओर से एक के बाद एक अटैक किए गए हैं। चंद्रा ने कहा कि पाक की हरकतें बर्दाश्त करने लायक नहीं है। पाक की ओर से भारत पर पहले पठानकोट के एयरबेस पर हमले किए गए और इसके बाद उरी में आर्मी बेस पर।
चंद्रा ने कहा, अगर आप लड़ना चाहते हैं तो सामने आकर लड़ें, सोते हुए जवानों पर हमला क्यों कर रहे हैं? लिहाजा यही वजह है कि अब चंद्रा ने पाकिस्तानी सीरियल नहीं दिखाने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि जिंदगी चैनल 300 घंटे के प्रोगाम्स के लिए करीब 60 करोड़ रुपए की कीमत अदा कर चुका है, बावजूद इसके चंद्रा ने यह फैसला लिया है। लेकिन चंद्रा का कहना है कि उनके लिए पैसा से ज्यादा देश का गौरव और भारतीय लोगों की भावनाएं ज्यादा महत्वूपर्ण हैं।
गौरतलब है कि बीते दिन ही अनुपम खेर ने इस मामले को लेकर बयान जारी कर कहा था कि आखिर उमरी हमले को लेकर पाक कलाकारों ने वहां की ओर से किए गए कृत्य को निंदनीय करार नहीं दिया। अनुपम ने ये भी कहा कि भले ही आप अपने मुल्क की बुराी न करो लेकिन सही गलत के बारे में तो आप कह सकते हैं।