दिल्‍ली के गवर्नर नजीब जंग ने गुरुवार (16 जून) को वॉटर टैंकर घोटाले में पूर्व सीएम शीला दीक्षित के खिलाफ दिल्‍ली सरकार की शिकायत को एंटी करप्‍शन ब्‍यूरो के पास भेज दिया। इससे पहले, दिल्‍ली के जल संसाधन मंत्री कपिल मिश्रा ने कुछ दिन पहले एलजी को चिट्ठी लिखकर दिल्‍ली जल बोर्ड वॉटर टैंकर घोटाले के मामले में सीबीआई जांच शुरू करने और दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की थी। मिश्रा ने अपनी चिट्ठी में लिखा था कि उन्‍होंने वॉटर टैंकर डिस्‍ट्रीब्‍यूशन मैनेजमेंट सिस्‍टम पर नजर रखने के लिए एक कमेटी बनाई थी।

19 जून 2015 को एक पांच सदस्‍यीय कमेटी का गठन किया गया था। इसका काम 2012 में 385 स्‍टेनलेस स्‍टील के टैंकर लिए जाने के मामले की जांच करना था। कमेटी तब बनाई गई, जब दिल्‍ली जल बोर्ड को शिकायत मिली कि टेंडर जारी करने की प्रक्रिया में अनियमितताएं थीं। जब ये टैंकर खरीदे गए तो उस वक्‍त दीक्षित ही जलबोर्ड की चेयरमैन थीं। पिछले साल अगस्‍त महीने में मिश्रा ने केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर दरख्‍वास्‍त की थी कि शीला दीक्षित के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए।