Udaipur Leopard Attack: राजस्थान के उदयपुर में तेंदुए का आतंक जारी है। केलवों के खेड़ा गांव में तेंदुए ने एक महिला को मार डाला। अब तक यह सातवीं मौत है। पिछले 12 दिनों में उदयपुर के गोगुंदा इलाके में तेंदुआ नजर आया। इसके बाद राजस्थान वन्यजीव के अधिकारियों ने कहा कि तेंदुआ अब आदमखोर हो गया है और उसे देखते ही शूट एट साइट का आदेश जारी कर दिया गया है।
तेंदुए ने मंगलवार को कमला कुंवर नाम की महिला को अपना शिकार बनाया। अधिकारियों ने बताया कि वह अपने आंगन की सफाई कर रही थी, तब ही एक तेंदुए ने उस पर अटैक कर दिया और सुबह करीब 8 बजे उसे घर से बाहर खींच लिया। अधिकारियों के मुताबिक, तेंदुआ महिला को उसके घर से करीब 100 मीटर दूर तक घसीट कर ले गया।
महिला के परिवार वालों ने उसकी चीखें सुनीं और इसके बाद आसपास के लोग इकट्ठा हुए और उसकी तलाश में जंगल चले गए। जब बचाव दल वहां पर पहुंचा तो तेंदुआ महिला का शव छोड़कर भाग गया। महिला की गर्दन पर काफी गहरा जख्म हो गया था और इसी वजह से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुजारी को भी तेंदुए ने बनाया अपना शिकार
मंगलवार के हमले से एक दिन पहले ही कुछ दूरी पर एक मंदिर के पुजारी को भी तेंदुए ने अपना शिकार बनाया था। चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन पवन कुमार उपाध्याय ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि तेंदुए को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि तेंदुए को पकड़ना काफी मुश्किल हो गया है और लगातार हो रही इतनी मौतों से पता चला है कि वह अब आदमखोर बन गया है। इसलिए हमने तेंदुए को गोली मारने का फैसला किया है।
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तेंदुए को मारने के लिए सेना के जवानों को बुलाया
पवन कुमार उपाध्याय ने कहा कि तेंदुए को मारने के लिए सेना के जवानों को बुलाया गया है। उन्होंने आगे कहा कि पुलिस बल और स्थानीय लोग भी साथ दें। हमें उम्मीद है कि इस समस्या का जल्द से जल्द समाधान हो जाएगा। तेंदुए के हमलों से हुई मौतों का लोगों ने जमकर विरोध प्रदर्शन भी किया। उन्होंने नेशनल हाईवे-27 को जाम करने की भी कोशिश की। हालांकि, एसपी योगेश गोयल के समझाने के बाद में वह तितर-बितर हो गए। हालांकि, मंगलवार को मारी गई महिला के शव का अंतिम संस्कार करने से परिवार ने इनकार कर दिया।
कई जगह लगाए गए पिंजरे
वन विभाग के अधिकारियों ने 6 अलग-अलग जगहों पर पिंजरे लगाए हैं। दो पिंजरे राजसमंद जिले से मंगवाए गए हैं और दो पिंजरे शहर में नए बनाए गए हैं। ताकि तेंदुए को जल्द पकड़ा जा सके। इसके साथ ही तेंदुए की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए छह कैमरे भी लगाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि सेना, फोरेस्ट अधिकारी, पुलिस अधिकारी और स्थानीय लोग तेंदुए को पकड़ने का काम कर रहे हैं। स्थानीय लोग ढोल भी बजा रहे हैं ताकि तेंदुआ छिप ना पाए और उसे बाहर निकाला जा सके।