शाही स्नान के साथ प्रयागराज में 15 जनवरी से दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक मेले की शुरुआत हुई। इस मेले में पहले दिन अखाड़ों के साथ करीब एक करोड़ श्रद्धालुओं ने शाही स्नान लिया। केन्द्र और राज्य सरकार ने कुंभ को भव्य बनाने का काम किया है। बता दें कि हाल में कुंभ से जो सुर्खियां बटोर रहा है वो है ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’। वहीं सोशल मीडिया पर ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’ की फोटोज वायरल हो रही हैं।
क्या है ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’: बता दें कि ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’ में कमोड स्टाइल की कुर्सियां है। वहीं ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’ साफ- सफाई का मैसेज भी दे रहा है। ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’ में कई मैसेज दिए गए हैं। जिसमें शामिल है कि टॉयलेट इस्तेमाल से डॉक्टर का इस्तेमाल बच सकता है। यानी टॉयलेट की ट्रिप से आप डॉक्टर की ट्रिप तक से बच सकते हैं। वहीं टॉयलेट के इस्तेमाल के बाद हाथों को धोने का भी मैसेज दिया गया है। अपने यूनीक थीम और सोशल मैसेज के चलते ये ‘टॉयलेट कैफेटेरिया’ काफी सुर्खियां बंटोर रहा है।
देश विदेश से आए साधु- संत और श्रद्धालु: बता दें कि कुंभ में देश विदेश से साधु- संत और श्रद्धालु आए हैं। न सिर्फ अखाड़े बल्कि नागा साधू भी सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। मेले में कई अलग स्टाइल के साधू बाबा भी देखने को मिले। जिसमें कोई बुलेट का शौकीन दिखा तो कोई महंगी सिगरेट का। वहीं किसी बाबा ने अपनी गाड़ी राम के नाम कर दी तो किसी बाबा ने जमीन से बीस फुट ऊपर अपना आसन बनाया है।
किन तारीखों को होगा शाही स्नान: बता दें कि कुंभ 15 जनवरी से 4 मार्च तक चलेगा। इस दौरान हर दिन स्नान होगा। लेकिन कुंभ में शाही स्नान की काफी अहमियत होती है। ऐसे में बता दें कि 15 जनवरी को पहला शाही स्नान हो चुका है। जबकि अब 04 फरवरी को दूसरा शाही स्नान और 10 फरवरी को तीसरी शाही स्नान होगा।