Kumbh Mela 2019: आज पौष पूर्णमासी पर मोक्ष की कामना के साथ देश-विदेश के लाखों श्रद्धालु प्रयागराज में पहुंच चुके हैं और उन्होंने संगम में स्नान शुरू कर दिया है। माना जाता है कि यह दिन भगवान विष्णु को समर्पित माना जाता है। इस दिन उनकी आराधना की जाती है। प्रशासन का अनुमान है कि सोमवार को प्रयागराज में करीब एक करोड़ श्रद्धालु आ सकते हैं। इसके लिए पुख्ता तैयारियां की गई हैं।
कुंभ में कभी नहीं देखी ऐसी व्यवस्था : मध्य प्रदेश के सागर से संगम नहाने पहुंची संध्या तिवारी का कहना है कि वे पहले भी कई बार कुंभ मेले में आ चुकी हैं, लेकिन ऐसी व्यवस्था कभी नहीं देखी। सरकार ने इस बार कुंभ में स्वर्ग जैसी व्यवस्था की है। वहीं, महाराष्ट्र के चुन्नी वर्मा ने बताया कि वे अभी दो-तीन दिन और रुकेंगे। इस बार सरकार ने कुंभ को ‘दिव्य कुंभ, भव्य कुंभ’ बनाने का पूरा प्रयास किया है।
मेला परिसर में रखा जा रहा स्वच्छता का ध्यान : प्रयागराज के डीएम और मेला प्रभारी विजय किरण आनंद के मुताबिक, श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए मेला परिसर में स्वच्छता अभियान चलाया गया है। फायर सर्विस और कंट्रोल रूम को पूरी तरह अलर्ट रखा गया है। वहीं, पहले स्नान के दौरान अस्त-व्यस्त हु्ए मार्गों को दोबारा दुरुस्त कर दिया गया है। मेला क्षेत्र में ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी।
तीन दिन शहर में नहीं आएंगे कमर्शियल वाहन : पौष पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं को देखते हुए शहर में तीन दिन कमर्शियल वाहनों पर नो एंट्री रहेगी। अन्य छोटे वाहनों के मार्ग में भी परिवर्तन किया गया है। एसपी (ट्रैफिक) कुलदीप सिंह के मुताबिक, जिले में भी भारी वाहनों के प्रवेश पर 22 जनवरी की रात 11 बजे तक रोक रहेगी। हाईवे पर भी इनका रूट डायवर्ट किया गया है।
प्रयागवासियों को मिलेगी सहूलियत : पहले स्नान के दौरान लोगों को हुई दिक्कत को देखते हुए इस बार श्रद्धालुओं और शहरी लोगों की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। कुछ मार्गों को छोड़कर बाकी रास्तों पर कार, मोटरसाइकिल और टेंपो आ-जा सकेंगे। वहीं, इलाहाबाद के रजिस्ट्रेशन नंबर (UP-70) वाले वाहनों को कहीं नहीं रोका जाएगा। हालांकि, इन्हें भीड़ के मुताबिक एंट्री करने दी जाएगी।
पौष पूर्णिमा का यह है महत्व : मोक्ष की कामना रखने वाले श्रद्धालुओं के लिए पौष पूर्णिमा का दिन बेहद खास होता है। इस तिथि को सूर्य और चंद्रमा का संगम भी कहा जाता है। पौष का महीना सूर्य देव का माह होता है और पूर्णिमा चंद्रमा की तिथि। चंद्रमा के साथ-साथ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु को भी समर्पित होता है। इस साल माना जा रहा है कि पूर्णिमा 20 जनवरी से शुरू हो गई है, जो 21 जनवरी तक चलेगी।