Rakesh Sachan Illegal Arms Case News In Hindi: अवैध असलहा से जुड़े एक मामले में उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को कोर्ट ने एक साल की जेल की सजा सुनाई है। हालांकि, सजा के ऐलान के कुछ देर बाद ही उन्हें जमानत भी मिल गई। कानपुर की कोर्ट द्वारा मंत्री को दोषी करार दिए जाने के बाद सोमवार (8 अगस्त, 2022) को उन्होंने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
आइए 10 प्वाइंट्स में जानें इस केस के बारे में सबकुछ-
- यह मामला साल 1991 का है, जब राकेश सचान एक छात्र नेता थे। स्टूडेंट लाइफ से ही पॉलिटिक्स में सक्रिय रहे हैं।
- 31 साल पुराने इस मामले में राकेश सचान को नौबस्ता एसओ ब्रजमोहन ने एक राइफल के साथ पकड़ा था।
- सचान के पास इस राइफल का लाइसेंस नहीं था, हालांकि उनका दावा है कि यह राइफल उनके नाना के नाम पर थी।
- राकेश सचान का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें जनबूझकर पकड़ लिया।
- 31 साल से चल रहे इस मामले में आखिरकार शनिवार (6 अगस्त, 2022) को राकेश सचान को दोषी करार दिया गया था।
- इसी दिन एसीएमएम थर्ड कोर्ट अपना जजमेंट देने जा रही थी, लेकिन आरोप है कि राकेश सचान आदेश की कॉपी लेकर वहां से भाग गए।
- कोर्ट से भागने के मामले में उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। वहीं, पुलिस ने मामले की जांच नहीं की और कहा कि रविवार को कोर्ट बंद रहती है।
- कोर्ट के आदेश पर एसीपी कोतवाली को जांच सौंपी गई है और जांच में जो भी सामने आएगा उन्हें कोर्ट के संज्ञान में लाया जाएगा।
- वहीं, अवैध असलेह के मामले में राकेश सचान ने सोमवार को कानपुर की कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
- इसके बाद कोर्ट ने उन्हें इस मामले में एक साल की सजा सुनाई है।
सोमवार को सजा सुनाए जाने से पहले राकेश सचान ने तीन दशक पुराने इस मामले को लेकर अभिनज्ञता जाहिर की थी कि उन्हें कोर्ट ने दोषी ठहराया या नहीं। उन्होंने कहा, “हम कोर्ट गए थे, लेकिन एक घंटा इंतेजार करने के बाद उनके वकीलों नें उन्हें वहां से जाने की सलाह दी। मुझे नहीं पता कि उसके बाद क्या हुआ। हम न्यायिक प्रक्रिया का पालन करेंगे।”