केरल की संस्कृति में नया आयाम जोड़ते हुए एक समलैंगिक जोड़े ने साथ जीने-मरने की कसमें खा ली हैं। इस समलैंगिक जोड़े ने भव्य शादी समारोह में एक-दूसरे को अपना हमसफर बना लिया। ये राज्य के इतिहास में अपनी तरह की पहली शादी है। बता दें कि समलैंगिक संबंधों को भारतीय कानूनों के तहत मान्यता मिल चुकी है। इस कानून को ट्रांसजेंडर अधिकारों के लिए लड़ने वालों ने अपनी विचारधारा और संघर्ष की जीत बताया था।

तैंतीस साल के ईशान ने महिला से पुरुष बनने के लिए सर्जरी करवाई थी, जबकि 31 साल की सूर्या ने पुरुष से महिला बनने के लिए सर्जरी करवाई थी। इन दोनों ने मलयाली समाज में शादी के लिए बनाई गई सभी अवधारणाओं को तोड़ते हुए एक दूसरे का हाथ थाम लिया। इस ट्रांसजेंडर जोड़े की शादी विशेष विवाह अधिनियम के तहत संपन्न करवाई गई। शादी का भव्य आयोजन तिरुअनंतपुरम के मन्न्म क्लब में गुरुवार (10 मई) को किया गया।

नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद देने के लिए कई वीआईपी लोगों के साथ ही बड़ी संख्या में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोग भी जमा हुए थे। सैकड़ों लोगों की मौजूदगी के बीच ये समारोह संपन्न हुआ। इन दोनोें ने अदुभत मिलन के गवाह बनने के लिए लोगों में खासी उत्सुकता देखी गई। जैसे ही दोनों की शादी संपन्न हुई। शादी का हॉल खुशियों से भर गया।

बड़ी संख्या में ट्रांसजेंडर समुदाय के महिला और पुरुषों ने जमकर डांस किया। इस खास मौके का हिस्सा बनने वाली हस्तियों में पूर्व सांसद टीएन सीमा, पर्यटन मंत्री कड़कमपल्ली सुरेंद्रन, एक्टिविस्ट और शिक्षाविद जे. देविका, नगर निगम के मेयर वीपी प्रशांत, डबिंग आर्टिस्ट भाग्य लक्ष्मी के अलावा अन्य लोग भी उपस्थित थे।

इस मौके पर वल्लाकदावू के रहने वाले मुहम्मद कबीर के बेटे ईशान और पत्तूर के रहने वाले विजय कुमार की बेटी सूर्या को आशीर्वाद देने के लिए दोनों ही परिवारों के लोग मौजूद रहे। ये शादी किसी अन्य शादी की तरह ही आम शादी थी, लेकिन इस शादी में अलग किस्म की ऊर्जा और उत्साह भी भरा हुआ था। सूर्या टीवी एक्टर हैं और राज्य समलैंगिक न्याय बोर्ड की सदस्य भी हैं। वहीं ईशान समलैंगिकों के लिए काम करने वाले स्वयंसेवी संगठन ओएसिस के सदस्य हैं।