केरल के राजनीतिक रूप से संवेदनशील कन्नूर जिले के निकट केंद्रशासित पडुचेरी के माहे जिले में सोमवार(सात मई) की रात सीपीआई(एम) कार्यकर्ता की हत्या हो गई।इसके एक घंटे बाद ही प्रतिशोधपूर्ण हमले में संघ कार्यकर्ता की हत्या हो गई।माहे जिले की पुलिस ने मारे गए कम्युनिस्ट कार्यकर्ता की पहचान 45 वर्षीय कनिपोइल बाबू के रूप में की, वह पल्लूर निवासी था। अन्जान लोगों के समूह ने उसे घर से दो सौ मीटर दूर से अगवा कर लिया था। यह घटना करीब रात सवा नौ बजे हुई थी।गर्दन पर प्राणघातक चोटें आईं। पुलिस पृथम दृष्टया इसे राजनीतिक रंजिश में हुई हत्या मानकर चल रही है।बीजेपी और सीपीआई(एम) के कार्यकर्ताओं के बीच इस इलाके में कई बार खूनी घटनाएं हुई हैं। पल्लूर पुलिस स्टेशन के एसएचओ आर शंमुखम ने कहा कि हाल-फिलहाल टकराव की घटनाएं दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच थमीं थीं।

उधर वामपंथी कार्यकर्ता की हत्या के घंटे भर के भीतर संघ कार्यकर्ता और पेशे से ऑटो ड्राइवर परांबथू शमोज की हत्या की घटना सामने आई। संघ कार्यकर्ता ऑटो रिक्शा से घर लौट रहा था कि अज्ञात लोगों के ग्रुप ने उसे अगवा कर लिया। बाद में उसे पीटकर फेंक दिया। गंभीर रूप से घायल होने पर कोझिकोड के अस्पताल में पहुंचने से पहले ही मौत हो गई। दोहरे हत्याकांड से माहे और कन्नू जिले में संवेदनशील हालात पैदा हो गए।

हमले में मारा गया सीपीआई(एम) कार्यकर्ता स्थानीय कमेटी का मेंबर होने के साथ माहे नगर निकाय का पूर्व कांउसलर था। पार्टी ने हत्या के पीछे संघ और बीजेपी कार्यकर्ताओं का हाथ बताया। सीपीआई(एम) ने हत्या के विरोध में कन्नूर और माहे में मंगलवार को बंद का ऐलान किया। सीपीआई(एम) की कन्नूर जिला इकाई ने घटना की तीखी निंदा करते हुए कहा कि यह संघ का असली चेहरा दिखाता है। यह घटना संघ के हथियारों के प्रशिक्षण कैंप के बाद हुई।