केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को भारत के पहले ह्यूमनॉइड रोबोकॉप का शुभारंभ किया। बता दें इस रोबोट का नाम केपी-बॉट दिया गया है। ये रोबोट केरल पुलिस हेडक्वार्टर त्रिवेंद्रम में रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक केपी-बॉट विजिटर्स की मदद करेगा और उनको उनकी जरुरतों को मुताबिक सही निर्देश देगा।

बतौर पहले कॉन्टेक्ट प्वाइंट काम करेगा ह्यूमनॉइड रोबोकॉप: रोबोट ह्यूमनॉइड रोबोकॉप की तरह काम करेगा। हालांकि ये किसी भी शख्स की जगह काम नहीं करेगा। लेकिन केपी-बॉट बतौर फर्स्ट कॉन्टेक्ट प्वाइंट काम करेगा। इसके साथ ही केपी-बॉट जरूरी डाटा को भी जमा करने का काम किया करेगा जिससे क्वालिटी और परफॉर्मेंस बेहतर किया जा सके।

एडीजीपी मनोज अब्राहम का क्या है कहना: एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (एडीजीपी) मनोज अब्राहम ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से हम रोबोट का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सूचना सहायता, भौतिक निगरानी और भी कई कार्यों में मदद कर सकते हैं। वहीं केपी बॉट के बारे में मनोज अब्राहम ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ मानव के साथ-साथ आसानी से काम करने में सक्षम है। बता दें कि केरल पुलिस साइबरडोम ने असिमोव रोबोटिक्स के साथ काम करके केपी बॉट को बनाया है।

क्या घूस लेगा केपी- बॉट: शुभारंभ के वक्त जब केपी बॉट के घूस लेने का सवाल पूछा गया तो बताया गया कि अगर कोई व्यक्ति घूस देने की कोशिश करेगा तो उसको जवाब मिलेगा कि उसकी डिटेल्स केपी बॉट के पास हैं और अगर उस शख्स ने दोबारा ऐसा किया तो उसके खिलाफ शिकायत की जाएगाी।

केपी- बॉट के लिए क्या हैं आगे के प्लान: बता दें मानव अधिकारियों और कार्यस्थलों की सुरक्षा और सुरक्षा पहलुओं को संबोधित करने के लिए धातु और IED डिटेक्टर, थर्मल इमेजिंग, गैस सेंसर और चेहरे के हावभाव पहचान जैसे अतिरिक्त सेंसर के साथ रोबोट से लैस करने की योजना है।