जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में पेलेट गन से घायल युवक का शव बरामद होने के बाद अशांत कश्मीर में मरने वालों की संख्या 81 तक पहुंच गयी है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार देर रात श्रीनगर के हरवन निवासी किशोर मोमिन अल्ताफ गनई का शव बरामद किया गया। बतौर पुलिस अधिकारी गनई के शव पर पेलेट गन की गोलियों के निशान पाये गये हैं। हरवन में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच कल हुयी झड़प में यह किशोर घायल हो गया था। उन्होंने बताया कि झड़प के तुरंत बाद से ही यह किशोर लापता था।
गौरतलब है कि शुक्रवार को घाटी के विभिन्न इलाकों में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुयी झड़प में 40 से ज्यादा लोग घायल हो गये थे।

गौरतलब है कि जुमे की नमाज के बाद हिंसा की आशंका को लेकर श्रीनगर सहित कश्मीर के कई हिस्सों में शुक्रवार को फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया था। घाटी में जनजीवन ठप्प है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, ‘श्रीनगर शहर और बारामूला, पट्टन, अनतंनाग, शोपियां और पुलवामा नगरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।’ अधिकारी ने कहा कि कानून-व्यवस्था बरकरार रखने के लिए पाबंदियां लागू की गईं हैं क्योंकि घाटी में जुमे की नमाज के बाद प्रदर्शन और संघर्ष हुए हैं। अधिकारी ने कहा कि लोगों के इकट्ठा होने पर रोक जारी रहेगी।

इस बीच पाबंदियों और अलगाववादियों द्वारा प्रायोजित हड़ताल की वजह से कश्मीर में लगातार 71 दिनों से जनजीवन पंगु बना हुआ है। अलगाववादियों ने अपनी हड़ताल की मियाद 22 सितंबर तक बढ़ा दी है। उन्होंने शाम में भी हड़ताल से किसी तरह की राहत का ऐलान नहीं किया है। दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद हैं जबकि सार्वजनिक परिवहन सड़कों से नदारद है। असैनिकों की मौत के विरोध में अलगाववादियों की हड़ताल की वजह से स्कूल कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान भी बंद हैं।

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