कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी शनिवार यानी 11 अगस्त के दिन किसानों के साथ धान की रोपाई की। किसानों के साथ पारंपरिक पोशाक में धान की रोपाई करते हुए कुमारस्वामी एक दिन के लिए किसान बने। कर्नाटक के सीएम मंड्या जिले के सीथापुरा गांव में पारंरिक धोती पहनकर खेत में उतरे और बाकी किसानों के साथ मिलकर उन्होंने धान की रोपाई की। सीएम द्वारा धान की रोपाई करने का मुख्य उद्देश्य उन किसानों को प्रोत्साहित करना था, जो सूखे के चलते निराश हो चुके थे।
खेत में कदम रखने से पहले कुमारस्वामी अन्जनेया मंदिर गए और प्रार्थना की। गांव के लोगों ने पारंपरिक तरीके से सीएम का स्वागत किया। कलाकार चिक्कापल्या प्रकाश ने खेत को किसी फिल्म के सेट की तरह सजा दिया था। सीएम द्वारा धान की रोपाई करने के इस कार्यक्रम में 105 महिला किसान और 50 पुरुष किसानों ने उनका साथ दिया। करीब पांच एकड़ की जमीन पर धान की रोपाई की गई। इसके साथ ही बैलों के 25 जोड़ों की भी सहायता ली गई।
CM HD Kumaraswamy took part in the transplantation of paddy seedlings at Seethapura in Mandya village today.
The CM joined the farmers in traditional attire and transplanted the seedlings to boost morale of the farmers who were in distress due to continuous droughts in the region pic.twitter.com/uXOuqtDoJz— Karnataka Varthe (@KarnatakaVarthe) August 11, 2018
रिपोर्ट्स के मुताबिक कुमारस्वामी ने अपने मैसूर के दौरे के दौरान मीडिया से कहा था कि उन्होंने किसानों से वादा किया है कि वह धान की रोपाई करने में हिस्सा लेंगे। उन्होंने कहा था, ‘मैंने किसानों से वादा किया था कि मैं धान की रोपाई में हिस्सा लूंगा। मंड्या के किसानों ने सूखे के चलते पिछले तीन सालों से धान की रोपाई नहीं की है। इस साल राज्य में अच्छी बारिश हुई है। मैं धान की रोपाई में किसानों का साथ देकर उनका हौसला बढ़ाना चाहता हूं।’ जब कुमारस्वामी से यह पूछा गया कि उनके द्वारा धान की रोपाई करने के कदम को बीजेपी नेता केएस ईश्वरप्पा ने राजनीतिक कदम कहा है, तब कर्नाटक के सीएम ने कहा कि बीजेपी नेता की इस टिप्पणी ने यह दर्शा दिया है कि उनका किसानों के प्रति कैसा बर्ताव है। कुमारस्वामी ने कहा कि धान की रोपाई करने में हिस्सा लेना कोई पब्लिसिटी स्टंट नहीं है, लेकिन वह ऐसा करके किसानों को सम्मानित करना चाहते हैं।

