आर्ट ऑफ लिविंग नाम की संस्था चलाने वाले श्री श्री रविशंकर के कश्मीर में आयोजित एक कार्यक्रम में भाषण देने के दौरान आजादी के नारे लगे। इंडियन एक्सप्रेस की महिला पत्रकार नवीद इकबाल के मुताबिक कश्मीर में पैगाम-ए-मोहब्बत नाम का कार्यक्रम रखा था, लेकिन जनता आजादी के नारे लगाकर चली गई। नवीद के मुताबिक रविशंकर के भाषण शुरू करने के मिनटों भीतर जनता वहां से जाने लगी और उन्हें मजबूरन अपना भाषण बीच में ही रोकना पड़ा। कार्यक्रम श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कांफ्रेंस सेंटर (SKICC) में रखा गया था। स्थानीय मीडिया के मुताबिक एक शख्स ने गुस्से में कहा- ”हमें बताया गया था कि वहां पर पाकिस्तानी राजनयिक हैं, यह आयोजकों द्वारा एक धोखा देने वाला काम था।” चश्मदीदों के मुताबिक मामले की सच्चाई सामने आने के बाद लोगों ने नारे लगाए और आयोजकों की धोखाधड़ी के बारे में बात की। रविशंकर ने बताया कि उन्हें पैगाम-ए-मोहब्बत कार्यक्रम में बोलने के लिए कुछ अच्छे लोगों ने आमंत्रित किया था।
Pro azaadi slogans raised at Sri Sri’s paigam e mohobbat event in Srinagar. Audience leaves. @IndianExpress pic.twitter.com/YdkQ6EbGeh
— Naveed Iqbal (@NaveedIqbal) March 10, 2018
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि कुछ अच्छे लोग कश्मीर की समस्याएं सुलझाने के लिए चुपचाप काम कर रहे थे और उनकी वर्तमान यात्रा गैर राजनीतिक मानवीय पहल का हिस्सा थी। हालांकि श्री श्री रविशंकर को बीच में ही तब अपना भाषण रोकना पड़ा जब कार्यक्रम में मौजूद कई लोग खड़े हो गए और उन्होंने आजादी के नारे लगाए। बता दें कि हाल ही श्री श्री रविशंकर के खिलाफ तेलंगाना पुलिस ने कथित तौर पर मुस्लिमों की भावनाएं भड़काने के आरोपों में मामला दर्ज किया है।
श्री श्री रविशंकर ने हाल ही में एक टीबी डिबेट में कहा था कि अगर अयोध्या में राम मंदिर बनाने में किसी प्रकार की भी देरी की गई तो देश में सीरिया सरीखी स्थिति पैदा हो सकती है। अयोध्या मुस्लिमों का धार्मिक स्थल नहीं है। मुस्लिमों को इस पर अपना दावा छोड़ कर नजीर पेश करनी चाहिए। इस पर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर ने भी उन पर निशाना साधा था। श्री श्री रविशंकर ने बाद में अपने बयान पर सफाई पेश की थी और कहा था कि उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया।
Sri Sri Ravi Shankar speaking at SKICC, Srinagar. @IndianExpress pic.twitter.com/4WfGLfAeYe
— Naveed Iqbal (@NaveedIqbal) March 10, 2018

