सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक शीर्ष अधिकारी ने बुधवार को कहा कि सांबा जिले में बीएसएफ की ओर से मार गिराए गए तीन आतंकवादी चलती ट्रेनों और पटरियों को आइईडी और पता लगाने में मुश्किल तरल विस्फोटकों से उड़ा कर सिलसिलेवार बम धमाकों को अंजाम देने के लिए जम्मू-कश्मीर में घुसे थे।  बीएसएफ की ओर से तीनों घुसपैठियों को मार गिराने के एक दिन बाद शीर्ष अधिकारी ने कहा कि तीनों आतंकवादी तरल विस्फोटक ‘ट्राइनाइट्रोग्लिसरीन’ की पांच बोतलें लेकर आए थे। बीएसएफ के अतिरिक्त महानिदेशक और विशेष महानिदेशक (पश्चिमी कमान) अरुण कुमार ने बताया कि बड़ी वारदातों को अंजाम देने के लिए आतंकवादियों ने घुसपैठ की थी। उनका मकसद रेल पटरियों और ट्रेनों को धमाके से उड़ाना था। हमने आइईडी और तरल विस्फोटक बरामद किए हैं। कुमार ने बताया कि घुसपैठिए कई बड़ी आतंकवादी वारदातों को अंजाम देने के लिए आए थे।

इसमें चलती ट्रेनों को  धमाके में उड़ाना भी शामिल था जिससे ट्रेन में आग लग जाए। आइईडी और तरल विस्फोटक लाने का मकसद पटरियों को उड़ाना और आग लगाना था।
उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने इन आतंकवादियों को काबू नहीं किया होता और उन्हें नहीं मार गिराया होता तो इससे मुख्य इलाके में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ होता। कुमार ने कहा कि बीएसएफ के बहुस्तरीय सुरक्षा कवर के कारण ही यह आपदा टल सकी।